कांग्रेस के महाधिवेशन के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को अपनी टिप्पणियों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से माफी मांगी। बीजेपी से कांग्रेस में गए सिद्धू ने कहा, ”मैं सरदार मनमोहन सिंह से माफी मांगना चाहता हूं। जो आपके मौन ने कर दिया, वह बीजेपी का शोर-शराबा नहीं कर सका। मुझे आपको पहचानने में भूल हुई। आपके चरणों में अपना सिर रखकर मैंने गंगा नहा ली। आप सरदार भी हो और असरदार भी।” बता दें कि कांग्रेस कमेटी का 84वां अधिवेशन रविवार को खत्म हुआ।
भाजपा में रहते हुए कोई मौका नहीं छोड़ते थे सिद्धू
– नवजोत सिद्धू भाजपा में थे तब मनमोहन सिंह पर हमला बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे। 2012 की रैली में उन्होंने मनमोहन के सरदार होने पर ही सवाल उठाए थे।
– तब सिद्धू ने कहा था- ”कांग्रेस का प्रधानमंत्री पप्पू है। वह सरदार तो है, लेकिन सरदार (असरदार) नहीं है। वो अर्थशास्त्री नहीं, अनर्थ शास्त्री है।”
राहुल भाई लालकिले पर झंडा फहराओगे
– अधिवेशन में सिद्धू ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा किया। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहा, ”राहुल भाई कर्नाटक समेट लो, अगले साल लाल किले पर झंडा आप ही फहराओगे।”
– बता दें कि इस साल मई में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां विधानसभा का कार्यकाल 30 मई, 2018 को खत्म हो रहा है। भाजपा और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।
नोटबंदी-जीएसटी से छोटे उद्योगों को नुकसान
– पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अधिवेशन में कहा, ”बीजेपी सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को खस्ताहाल कर दिया। नोटबंदी एक बिना सोचे समझे उठाया गया कदम था, वहीं गलत तरीके से लागू हुए जीएसटी की वजह से छोटे उद्योग तबाह हो गए।”
– मनमोहन ने कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर विवाद को बुरी तरह से उलझा दिया। राज्य के हालात खराब होते जा रहे हैं। मोदी कहते हैं कि 6 साल में किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। जब तक इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर लिया जाए, पीएम का ये दावा जुमले जैसा ही लगेगा।”