Baba ramdev latest news updates
नई दिल्ली (प्रेस की ताकत न्यूज डेस्क): बिना सोचे समझे योगगुरु बाबा रामदेव कोरोना वायरस की दवा कोरोलिन लांच करने की घोषणा करके गच्चा खा गए। बाबा रामदेव को सरकार ने 11000 वोल्ट का ऐसा करंट लगाया, बाबा चारो खाने चित्त हो गए।
भारत सरकार के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी स्पष्ट कर चुके हैं, यह कोई बीमारी नहीं है यह मानव द्वारा रचित खेल है। जिसके कारण सारा विश्व संकट में हैं। लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं कई देशों में तो वहां की वित्तीय व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और मौत का तांडव जारी है।
भारत मे भी कोरोनावायरस के कारण उथल-पुथल मची हुई है। लाखों मरीज अभी तक सामने आ चुके हैं। हजारों मौत के मुंह में समा चुके हैं। चारों ओर गांव-गांव, शहर-शहर मौत तांडव करती हुई दिखाई दे रही है। हर व्यक्ति की वित्तीय व्यवस्था चकनाचूर हो गई है, लोगों की नौकरियां चली गई हैं, कारोबार ठप्प हो गए हैं। भारत का अब ऐसा कोई राज्य नहीं जहां कोरोनावायरस ने दस्तक न दी हो।
वहीं अस्पतालों में बढ़ती मरीजों की संख्या के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। बड़े-बड़े डॉक्टर त्राहिमाम बोल रहे हैं। किसी को कुछ नहीं सूझ रहा, अपनी-अपनी ढपली अपना अपना राग अलापा जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि भारत सरकार ने कोरोनावायरस पर विजय प्राप्त करने वाली वैक्सीन खोज ली है उसका परीक्षण चूहों एवं खरगोश पर कर लिया गया है। 2700 मरीजों पर इसका परीक्षण किया जा चुका है। परिणाम भारत को उत्साहित करने वाला हैं, सारा विश्व कोरोनावायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है। कई देश इसे चीन द्वारा मानव जनित केमिकल वार जैसा मानकर चल रहे हैं।
सरकारी प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण बहुत तेजी से किया जा रहा है, पूना की एक सरकारी लैब मे इस पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। अगर सब कुछ ठीक चलता रहा, तो अंतिम परीक्षण भी चमत्कारी रहेगा। भारत कोरोना वायरस से मुक्ति की वैक्सीन लॉन्च करके दुनिया को चैंका सकता है।
भारत सरकार भी किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है। वैज्ञानिक अंतिम परीक्षण पर पूरी निगरानी रखे हुए हैं। इस वैक्सीन के लिए काम कर रहे वैज्ञानिकों के सरकार सीधे संपर्क में है। दिन प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट ले रही है। वैक्सीन परीक्षण को अंतिम रूप देने में अभी महीने दो महीने लग सकते हैं। संभवत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को इस वैक्सीन की घोषणा करके दुनिया को चैंका दें।
सुत्रों की मानें तो यह सब होने से पहले ही बाबा रामदेव ने अपनी कोरोलिन दवा के लॉन्चिंग का ऐलान करके सरकार का सारा खेल बिगाड़ दिया, सरकार को यह लगने लगा कि बाबा रामदेव भारत के सबसे बड़े चमत्कारी प्रोजेक्ट में बाधक बन के सामने आ गए। इसलिए आनन-फानन में भारत सरकार ने कदम उठाते हुए तुरंत नोटिफिकेशन जारी करते हुए, बाबा रामदेव की दवा को मार्केट में ना लाने के लिए और उस पर जारी विज्ञापनों पर रोक लगाते हुए दवा का सैंपल परीक्षण के लिए आयुष मंत्रालय मे जमा कराने का आदेश जारी कर दिया।
दूसरी तरफ कुछ का यह भी मानना है कि दवा को अभी तक पूरे विश्व के वैज्ञानिक नहीं बना पाए उसे बाबा रामदेव कैसे बना सकते हैं वहीं राजनीतिज्ञ तथा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि कहीं बाबा रामदेव की दवा कोरोनिल के कारण सरकार की किरकिरी न हो जाए इसलिए सरकार दवा की प्रमाणिकता जांच कर ही उसे लोगों में बेचने की अनुमति
अब बाबा रामदेव बगले झांक रहे हैं, उन्हें यह नहीं सूझ रहा अब वे क्या करें। बाबा रामदेव जो सरकार का लोक संपर्क मंत्री बनकर सरकार के गुणगान कर रहे थे, सरकार ने ऐसा करंट लगाया कि अब आईने से अपना चेहरा छुपाते घूम रहे हैं।
बाबा रामदेव का विज्ञापन जाल, मीडिया तंत्र एक ही झटके में धराशाई हो गया। बाबा ने कभी सोचा ही नहीं होगा कि जिस सरकार का गुणगान वह नींद में भी करते हैं, वहीं मोदी सरकार 11000 वोल्ट का झटका देकर धराशाई कर देगी।