? ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ ?
⛅दिनांक 02 मई 2022
⛅दिन – सोमवार
⛅विक्रम संवत – 2079
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – ग्रीष्म
⛅मास – वैशाख
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – द्वितीया प्रातः 05:18 (03 मई) तक तत्पश्चात तृतीया
⛅नक्षत्र – कृतिका रात्रि 12:34 तक तत्पश्चात रोहिणी
⛅योग – सौभाग्य अपरान्ह 03:38 तक तत्पश्चात शोभन
⛅राहुकाल – सुबह 07:44 से दोपहर 09:21 तक
⛅सूर्योदय – 06:06
⛅सूर्यास्त – 07:07
⛅दिशाशूल – पूर्व दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:38 से 05:22 तक
⛅अभिजित मुहूर्त – दोपहर 12:11से 01:03 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.15 से 12:58 तक
⛅व्रत पर्व विवरण –
⛅ विशेष – विशेष -द्वितीया को बृहती (छोटा वैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
?अक्षय तृतीया – 03 मई 2022
अक्षय तृतीया के दिन , तुम किसी भी इच्छा से तुम जप करोगे तो वो जप तुम्हारा 10000 गुना फल देगा | चाहे भगवान् के प्रीती के लिए करो , चाहे भगवान् के ज्ञान के लिए करो , चाहे भगवत रस के लिए करो , चाहे ब्रम्हचर्य पालने के लिए करो , चाहे कुटुंब में सुख शांति के लिए करो |जिसके लिए भी जप करोगे , वो फलेगा अक्षय तृतीया को”
– ?पूज्य बापूजी
?फालसा?
?फालसा गर्मी से राहत दिलाता ही है और शरीर के लिए भी बहुत पौष्टिक भी है |
?गर्मियों के सबसे लोकप्रिय फलों में फालसा प्रमुखत: से शामिल है | अपने लाजबाव स्वाद के कारण फालसा आहार सबके पसंदी का फल है | पके हुये फालसे को नमक, कालीमिर्च और चाट मसाला मिलाकर खाया ही नहीं जाता बल्कि इसका शर्बत भी काफी लोकप्रिय है | पोषक तत्वों की खान, छोटे से फल फालसा को पोषक तत्वों की खान और एंटी ओक्सिडेंट कहना गलत न होगा | देखा जाय तो फालसा फल का ६९% भाग ही खाने लायक होता है | बाकी हिस्से में गुठली होती है | इसमें मौजूद मँग्नेसियम, पोटेसियम, सोडियम, फोस्फरस, कैल्शियम,प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, लोहा, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व इसे हमारे लिए सेहत का खजाना बना देते हैं |
? फालसा में गर्मी के मौसम संबधित समस्याओं को दूर करने की अदभुत क्षमता होती है | फालसे के रस को शांत, ताजा और आसानी से पचने और गर्मी में प्यास से राहत पहुंचाने वाला आदर्श ठंडा टॉनिक भी कहा जाता है | इसका उपयोग शारीरिक विकारों और बीमारीयों के ईलाज के लिए किया जाता रहा है | ये पित्ताशय और जिगर की समस्याओं को दूर करता है | फालसे में थोडा कसैला पन भी है | जो शरीर से अतिरिक्त आम्लता को कम करके पाचन सबंधी समस्याओं दूर करता है | ये अपचक की समस्या से मुक्ति दिलाता है और भूख भी बढाता है | विटामिन सी और खनिज तत्वों से भरपूर फालसे के सेवन से रक्तचाप और कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है | इससे ह्रदय रोग का खतरा कम हो जाता है | अस्थमा और ब्रोमकैस्टेक के रोगियों को फालसा खाने से साँस की तकलीफ में राहत मिलती है | हाल में ही हुये वैज्ञानिक शोधों से ये बात सामने आयी है कि फालसा में रेडिओंधर्मी क्षमता भी होती है इस कारण ये कैंसर से लड़ने में भी शरीर को सहायता करता है | anemia से बचाता है |
? इससे मस्तिष्क की गर्मी और खुश्की भी दूर होती है | खनिज लवणों की अधिकता होने के कारण इसे खाने से शरीर में Hemoglobin भी बढ़ता है और anenia से बचाव होता है |
?? इसके सेवन से मूत्रसबंधी समस्याओं से राहत मिलती है | लू से भी रक्षा करता है फालसे का रस गर्मीयों में चलने वाली लू और उससे होने वाले बुखार से बचाने में ख़ास भूमिका निभाता है | अगर आपका स्वभाव चिडचिडा है तो फालसे को किसी भी रूप में खायें लाभ होगा | उल्टी और गबराहट दूर करता है | धूप में रहने के कारण शरीर के खुले अंगों पर होने वाली लालिमा, जलन, सूझन और कालेपन को दूर करने में भी ये मदद करता है | विटामिन सी से भरपूर फालसे का खट्टा-मीठा रस खाँसी-जुकाम को रोकने और गले में होने वाली समस्याओं से निजात पाने के लिए काफी प्रभावशाली होता है |
?? – Pujya Bapuji Haridwar 20th May’ 2013