?️ दिनांक – 28 मई 2022
?️ दिन – शनिवार
?️ विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)
?️ शक संवत -1944
?️ अयन – उत्तरायण
?️ ऋतु – ग्रीष्म ऋतु
?️ मास – ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार – वैशाख)
?️ पक्ष – कृष्ण
?️ तिथि – त्रयोदशी दोपहर 01:09 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
?️ नक्षत्र – भरणी 29 मई प्रातः 04:39 तक तत्पश्चात कृतिका
?️ योग – शोभन रात्रि 10:23 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
?️ राहुकाल – सुबह 09:17 से सुबह 10:56 तक
? सूर्योदय – 05:58
?️ सूर्यास्त – 19:13
? दिशाशूल – पूर्व दिशा में
? व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि, सावित्री चतुर्दशी (बंगाल) बटसावित्री व्रत (अमावस्यांत, त्रिदिवसीय
? विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
?️ ~ वैदिक पंचांग ~ ?️
? नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए ?
➡ 29 मई 2022 रविवार को दोपहर 02:55 से 30 मई, सोमवार को शाम 05:00 तक अमावस्या है ।
? घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।
?? पूज्य बापूजी – रजोकरी 30th Nov. 2010
?️ ~ वैदिक पंचांग ~ ?️
? धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए ?
? हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।
? सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।
? विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।
? आहुति मंत्र ?
? १. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
? २. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
? ३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
? ४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
? ५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः
?️ ~ वैदिक पंचांग ~ ?️
? ग़रीबी – दरिद्रता मिटाने के लिए ?
➡ 30 मई 2022 सोमवार को सूर्योदय से शाम 05:00 तक सोमवती अमावस्या है ।
? सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार अगर तुलसी की परिक्रमा करते हो, ॐकार का थोड़ा जप करते हो, सूर्य नारायण को अर्घ्य देते हो; यह सब साथ में करो तो अच्छा है, नहीं तो खाली तुलसी को 108 बार प्रदक्षिणा करने से तुम्हारे घर से दरिद्रता भाग जाएगी |