आज का हिंदू पाचांग
?️ ?युगाब्द-५१२४
?️ ?विक्रम संवत-२०७९
⛅ ?तिथि – सप्तमी सुबह 07:54 तक तत्पश्चात अष्टमी
⛅दिनांक 07 जून 2022
⛅दिन – मंगलवार
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – ग्रीष्म
⛅मास – ज्येष्ठ
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 03:50 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅योग – वज्र ( 08 जून प्रातः 04:27) तक तत्पश्चात सिद्धि
⛅राहुकाल – शाम 04:01 से 05:42 तक
⛅सूर्योदय – 05:53
⛅सूर्यास्त – 07:24
⛅दिशाशूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:29 से 05:11 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.18 से 01:00 तक
⛅व्रत पर्व विवरण-
⛅ विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है । शरीर का नाश होता है । अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
?गर्मिशामक, शक्तिप्रदायक व स्वास्थ्यरक्षक अनन्नास पेय?
?ग्रीष्म ऋतु में शरीर में जलीय अंश की कमी तथा दुर्बलता, थकान, जठराग्नि की मंदता आदि समस्याएँ होती हैं । इनसे सुरक्षित रखेगा अनन्नास पेय ।
?आयुर्वेदानुसार अनन्नास मधुर, स्निग्ध, रुचिकर, शीतल, बलवर्धक, रक्तपित्त व वात-पित्त शामक, हृदय के लिए हितकर, पाचनशक्तिवर्धक तथा मूत्र खुलकर लानेवाला है ।
?इसमें कैल्शियम, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस जैसे अनेक खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं । हड्डियों तथा उत्तकों ( टिश्यू ) के विकास में सहायक मैंगनीज भी प्रचुर मात्रा में होता है । विटामिन सी की प्रचुरता होने से यह रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है ।
?यह भोजन में से लौह तत्व के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे खून की कमी दूर होती है । आधुनिक अनुसंधान के अनुसार यह टी.बी. में भी फायदेमंद है । यह आँतों की कीड़ों से रक्षा करता है तथा आँतों एवं गुर्दों (kidneys) को साफ रखता है । यह शरीर में से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे चयापचय ठीक होता है ।
?स्वास्थ्य-समस्याओं में 😕
? पेशाव-संबंधी समस्या हो तो 100 मि.ली. अनन्नास पेय में 4 – 5 ग्राम गुड़ मिलाकर पियें ।
? पीलिया हो तो 100 मि.ली. पेय में 2 ग्राम हल्दी का चूर्ण व 3 ग्राम मिश्री मिलाकर पियें ।
? पाचन के समस्या हो तो 100 मि.ली. पेय में 1 – 2 ग्राम सेंधा नमक और 2 – 3 चुटकी काली मिर्च का चूर्ण मिला के पियें ।
? अतः बेहतरीन स्वाद व पौष्टिकता से भरपूर अनन्नास पेय का ग्रीष्म ऋतु में अवश्य लाभ लें । यह आश्रम में व समितियों के सेवाकेंद्र से प्राप्त हो सकता है । ताजा अनन्नास ले के घर में बनायें तो अति उत्तम है ।