मुंबई,10 दिसंबर (प्रेस की ताकत बयूरो)- बालीवुड अदाकारा कंगना रणौत ने एक सिक्ख संगठन की शिकायत के बाद मुम्बयी पुलिस की तरफ से पिछले महीने दर्ज की गई शिकायत को रद्द करने की विनती को ले कर ने हाई कोर्ट का वृक्ष किया है। शिकायतकरतावों ने दोष लगाया था कि कंगन रणौत ने 21 नवंबर को एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विवादपूर्ण कृषि कानूनों ख़िलाफ़ दिल्ली की सरहदों पर किसानों के आंदोलन को एक’खालिस्तानी आंदोलन’के रूप में चित्रित किया था। इस के बाद पुलिस ने कंगना रणौत ख़िलाफ़ धार्मिक भावनायों को ठेस पहुँचाने का मामला दर्ज किया था। बता दए कि पटीशन में कहा गया कि यह पोस्ट किसानों ख़िलाफ़ नहीं बल्कि एक पाबन्दीशुदा संगठन ख़िलाफ़ है और दिखावो की आज़ादी के उन के मौलिक अधिकार के अंतर्गत है।बताने योग्य है कि कुछ दिन पहले ही कंगना रणौत ने सोशल मीडिया पर अपने नफ़रत भरे पोस्ट के मामलो में दिल्ली विधान सभा की शान्ति और सदभावना समिति के सामने पेश होने के लिए ओर समय माँगा है। समिति के प्रधान राघव चड्ढा ने यह जानकारी दी और कहा कि रणौत की पेशी की नयी तारीख़ बाद में तय की जायेगी। इंस्टाग्राम पर नफ़रत भरे पोस्ट के साथ सबंधित शिकायतें के बाद समिति ने कंगन को नोटिस जारी करके 6दिसंबर को पेश होने को कहा था। कंगना रणौत ने उपस्थित न होने के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया है। उधर राघव चड्ढा ने कहा कि कंगन रणौत ने दिल्ली विधान सभा की शान्ति और सदभावना समिति सामने पेश होने के लिए ओर समय माँगा थी। समिति ने एक बयान में कहा था कि शिकायतों में दावा किया गया है कि कंगन ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में सिक्ख भाईचारे को’खालिस्तानी आतंकवादी’करार दिया है। सिक्ख भाईचारो ने भी मुम्बयी में कंगना ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।