लखनऊ(विशाल वर्मा)- ज्ञात हो की २४ अगस्त को इलाहबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकांत ओझा की अगुआई में एक बैठक हुई जिसमे इन मुद्दों पर चर्चा के बाद बढ़ाते हुए विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। जिन मुद्दों पर बार एसोसिएशन के सदस्यों ने बैठक की उनमे प्रमुख रूप से अधिवक्ता मुकदमों के दाखिल करने देरी, अनलिस्टेड, सुप्प्लिमेंट्री व नए मुकदमों के सूचीबद्ध न होने समेत कई शिकायतें शामिल हैं। इसी क्रम में हाई कोर्ट के वकीलों ने २५ अगस्त को भी न्यायलय की कार्यवाही में सम्मिलित न होने का निर्णय लिया है। बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक न्यायमूर्तियों की संख्या आवश्यकता से कम यथा १६० की तुलना में लगभग १०० होने के कारन समस्या काम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इसलिए अधिवक्ताओं की मांग है की यथाशीघ्र रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाएँ।