छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- संत श्री आशारामजी बापू पर सन 2013 में एक फर्जी छेड़छाड़ का प्रकरण दर्ज किया गया था। तब से वे जोधपुर जेल में हैं। देश भर में उनके लगभग 550 आश्रम , 17000+ बाल संस्कार केंद्र , 2200 समितियां एवं 11 करोड़ शिष्य हैं। गत 8 वर्षों से सब उनकी रिहाई की मांग निरंतर कर रहें हैं। इसी कड़ी में साध्वी रेखा बहन एवं साध्वी प्रतिमा बहन के नेतृत्व में महिला समिति की बहनें गांव गांव जाकर वहाँ के जनप्रतिनिधियों, अधिकारी एवं आम नागरिकों को सत्साहित्य ” ऋषि-प्रसाद ” पत्रिका के साथ-साथ पूज्य बापूजी के फर्जी प्रकरण के दस्तावेजों से आम लोगों को अवगत करवा रहीं हैं। यह सेवा देशभर की महिला समितियाँ अपने अपने स्तर से 650 जिला केन्द्रों पर कर रहीं हैं। उक्त फर्जी प्रकरण को लेकर देश के कई धार्मिक, सामाजिक एवं राजनैतिक संगठन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट को लाखों प्रार्थना पत्र प्रेषित कर चुके हैं। कई हिन्दू संगठनों ने यह मामला सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर जोर शोर से उठाकर रिहाई की मांग कर रहें हैं। महिला समिति की बहनों ने आज म.प्र. शासन के पूर्व मंत्री नानाभाऊ मोहोड़ ऋषि-प्रसाद पत्रिका के साथ साथ पूज्य बापूजी के बेगुनाही के सबूतों से अवगत कराया। इस दैवीय कार्य में सुमन दोईफोड़े, डॉ. मीरा पराड़कर, छाया सूर्यवंशी, करुणेश पाल, शकुंतला कराडे, योगिता पराड़कर, वनिता सनोडिया, गुरुकुल की दर्शना खट्टर, खजरी आश्रम के जयराम भाई, समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई, युवा सेवा संघ के अध्यक्ष दीपक दोईफोड़े ने सेवाएं दी। उक्त जानकारी समिति के मीडिया प्रभारी भगवानदीन साहू ने दी।