अम्बाला :- कहा जाता है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और आरम्भ ही से अच्छे संस्कार मिलें तो ये राष्ट्र के लिए एक अमूल्य सम्पत्ति बन जाते हैं । इस उद्देश्य को सामने रखते हुए भारत विकास परिषद, महर्षि दयानन्द शाखा, अम्बाला शहर द्वारा दिनांक 06 जून से 11 जून तक बाल संस्कार शिविर का आयोजन स्थानीय के पी ए के विद्यालय में किय गया । छः दिवसीय इस शिविर में बच्चों के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए ।
कार्यक्रम के आरम्भ में अपनी सनातन संस्कृति को अपनाने के उद्देश्य से दिनांक 06 जून को दोहा/श्लोक/भक्ति गीत/भजन गायन की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों की प्रतिभा खूब निखर कर सामने आई । 07 जून को बढ़ते जा रहे अपराधीकरण के दृष्टिगत श्रवण अग्रवाल द्वारा बच्चों को विकट परिस्थितियों में आत्मरक्षा कैसे करनी है, के बारे में विस्तार से बताया गया । चूंकि माता ही बच्चे की सर्वप्रथम गुरु होती है, मातृशक्ति ने भी इस कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई । शिवानी जिन्दल ने बच्चों को चेताया कि वे अपने माता-पिता का नाम और पता एक स्लिप या अपनी नोटबुक में अवश्य लिख कर रखें या अपने मोबाईल में सेव करके रखें । प्रियंका अग्रवाल और मीना गर्ग ने किसी भी आपातस्थिति से निपटने के लिए बच्चों को हैल्पलाइन नम्बर बता कर उन्हें अपने पास सुरक्षित रखने बारे कहा ।
08 जून को तेजी से बदलते जा रहे परिदृश्य में अर्जित योग्यता अनुसार कैरियर के चुनाव की चुनौती का सामना करने हेतु नीलकमल खेड़ा द्वारा बहुत विस्तार से बताया गया कि हमारे जीवन का उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए तभी सफलता मिल सकती है ।
09 जून को चौथे दिन चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ प्रभारी डॉ सुनीता आहूजा ने बच्चों को पोषण विज्ञान की महत्वपूर्ण जानकारी दी । उन्होंने बताया कि हमारे शरीर में बीमारियों से लड़ने की ताकत (immunity power) होती है जिसके लिए हमें शरीर को पौष्टिक आहार देना चाहिए । उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जब हम मैदे आदि से बने व्यंजन खा लेते हैं तो हमारे शरीर में भी हवा भर जाती है । अतः हमें चोकर वाली रोटी खानी चाहिए जो जल्दी हज़म हो जाती है । उन्होंने बच्चों को बिना आग के व्यंजन बनाने की कला भी सिखाई । ये व्यंजन बहुत ही पौष्टिक थे । शिविर के पाँचवे दिन शाखा के उपाध्यक्ष (संस्कार) विवेक सबलोक द्वारा आजकल बढ़ते जा रहे पारिवारिक वैमनस्य के कारण टूटते जा रहे परिवारों बारे अपना व्याख्यान दिया गया और संयुक्त परिवार के महत्व का वर्णन करते हुए आज के वातावरण में इसकी आवश्यकता पर बल दिया । शिविर के अन्तिम दिन बच्चों की श्लोकोच्चारण व भजन गायन की प्रतियोगिता करवाई गई । इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय चैयरपर्सन अविनाश शर्मा ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी और अपने स्कूली दिनों को याद करते हुए बताया कि वे इसी विद्यालय की छात्रा रही हैं । बच्चों की प्रतियोगिताओं में मुख्य निर्णायक की भूमिका निभाते हुए उन्होंने बच्चों की जीवन में सफलता प्राप्त करने बारे उपयोगी बातें बताई । शाखाध्यक्ष राकेश जिन्दल ने भी बच्चों को अपने अंदाज में सम्बोधित किया और योग में अपनी दक्षता का परिचय देते हुए सभी उपस्थित से हास्य योग करवाते हुए ठहाके लगवाए ।डॉक्टर किरण आंगरा, प्राचार्या, एम डी एस डी गर्ल्स कॉलेज ने भी इस अवसर पर बच्चों को सफल जीवन के अनेक गुर बताए । अंजली भारती ने भी बच्चों को बहुत जीवनोपयोगी बातें बताई ।
भारत विकास परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष और शाखा के पूर्व अध्यक्ष दीपक राय आनन्द ने भी अपने बहुमूल्य विचार रखे और विद्यालय को बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु इस कार्यक्रम में अमूल्य सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हुए शाखा को बधाई दी । इस कार्यक्रम में शाखा के अनेक सदस्यों ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर को अविस्मरणीय बना दिया । सदैव की भाँति विद्यालय की प्राचार्या रेखा गुप्ता व उनकी सहयोगी अध्यापिकाओं की भूमिका अत्यन्त प्रशंसनीय रही ।कार्यक्रम का समापन बच्चों व उपस्थित जनसमूह द्वारा राष्ट्रगान के साथ किया गया ।