छिन्दवाड़ा(सुशील सिंह परिहार)-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क विभाग के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में महाकौशल प्रान्त के सह प्रांत प्रचारक ब्रजकांत जी द्वारा छिन्दवाड़ा के सतपुड़ा विधि महाविद्यालय में ” हमारा सांस्कृतिक चिंतन” का विमोचन किया गया। श्री ब्रिजकांत ने कहा भारतीय संस्कृति विश्व की प्राचीनतम् संस्कृति है , जो सम्पूर्ण विश्व को कुटुम्ब मानते हुए सम्पूर्ण विश्व के कल्याण की कामना के करती है । समय के प्रवाह में अनेक संस्कृतियों ने जन्म लिया और विलुप्त हुई , किन्तु भारतीय संस्कृति सदैव अक्षुण रही। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्वतमान सरकार्यवाह सुरेश ( भैयाजी ) जोशी द्वारा भारतीय संस्कृति के वैश्विक मांगल्य दर्शन पर दिये गये व्याखानों पर आधारित पुस्तक ” हमारा सांस्कृतिक चिंतन ” भारतीय संस्कृति के गौरव प्रतिष्ठापित करती है । आज इस पुस्तक के विमोचन किया गया है । इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहप्रांत प्रचारक ब्रिजकांत जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छिन्दवाड़ा के विभाग संघचालक भजनलाल चोपड़े , जिला संघचालक गगन कोल्हे विभाग प्रचारक कन्हैया जी विभाग सम्पर्क प्रमुख अंशुल शुक्ला जिला सम्पर्क प्रमुख सेवक यादव नगर सम्पर्क प्रमुख रमन गुप्ता व अन्य गणमान्य बन्धु उपस्थित रहे ।