जलंधर, 20 अक्टूबर (प्रेस की ताकत बयूरो)- नयी पार्टी बनाने का ऐलान करन के बाद पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की कांग्रेस ख़िलाफ़ खुल कर बग़ावत सामने आई है। एक आत्म चैनल को दी इंटरव्यू दौरान कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने खुल कर हर मुद्दे पर चर्चा की। पार्टी बनाने के किये गए ऐलान बारे कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि मैं कभी भी घर नहीं बैठूंगा। मैं पार्टी बनाने का फ़ैसला कर उठाया हूँ और अलग पार्टी बनाऊँगा। पंजाब मेरा सूबा है। उन कहा कि जब मैं मुख्य मंत्री था तो अपने समय अपनी समझ के साथ सरकार बनाई थी और अब दिल्ली से सभी फ़ैसले होते हैं। मैं अच्छी पारी खेली है और मुझे पार्टी छोड़ने का कोई अफ़सोस नहीं है।
मुझे बताए बिना बुलायी विधायक दल की मीटिंग
उथे ही इस्तीफ़ा देने दौरान हाईकमान की तरफ से बुलायी गई विधायक दल की मीटिंग पर बोलते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि विधायक दल की मीटिंग बुलाने समय मुझे किसी ने भी नहीं बताया। विधायक दल की मीटिंग को ले कर रातों -रात ही तय कर दिया गया था। अब सरकार दिल्ली से चल रही है, वहाँ से ही मंत्रियों के फ़ैसले हो रहे हैं। मैं ऐसे हालात में काम नहीं कर सकता था, इसी लिए इस्तीफ़ा दे कर कांग्रेस छोड़ने का फ़ैसला लिया। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि 6महीने पहले हम पंजाब में मतदान जीत रहे थे। मैं सोनीं गांधी को कहा चिट्ठी भी लिखी थी कि मतदान जीतने दो, उस के बाद मैं राजनीति छोड़ देवेगें, पार्टी जिस को मर्ज़ी मुख्य मंत्री चुन ले परन्तु मुझे बताए बिना ही विधायक दल की मीटिंग बुलाना गई। फिर सोनीं गांधी ने इस्तीफ़ा देने को कहा। मैं पंजाब में सुरक्षा के खतरे और किसान आंदोलन को छोड़ कर घर नहीं बैठ सकता, इस लिए सन्यास नहीं लिया।
सिद्धू को प्रधान बना कर पछताऐगी कांग्रेस
वहां ही नवजोत सिंह सिद्धू बारे बोलते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को प्रधान बना कर कांग्रेस पार्टी पछताऐगी। हालाँकि तब तक बेहद देर हो चुकी होगी। उन कहा कि सिद्धू कांग्रेस में रहने चाहे न परन्तु अब कांग्रेस के लिए उन के दरवाज़े बंद हैं। वह कभी भी कांग्रेस में नहीं जाएंगे।
भाजपा के साथ गठजोड पर कैप्टन का ब्यान
भाजपा के साथ गठजोड पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बोलते हुए कहा कि किसानी मसले के हल के बाद ही भाजपा के साथ बातचीत होगी। उन कहा कि प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के साथ रैली करन की बातें सिर्फ़ काल्पनिक हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के जल्द हल का भी संकेत दिया है। उन्हों ने कहा कि यह मामला बातचीत के साथ ही सुलझेगा। अब भाजपा के साथ समस्या है, अगर हल हो जाये तो कोई समस्या नहीं रहेगी। केंद्र सरकार संविधान में संशोधन करके तीनों खेती कानूनों को रद्द कर सकती है। उस के बाद किसानों के साथ बातचीत करे। नया कानून बना कर इस को पेश करे। उन कहा कि यह राजनैतिक मुद्दा है। सुप्रीम कोर्ट इस का फ़ैसला नहीं कर सकता।
एक मुख्य मंत्री पंजाब के 30 हज़ार गाँवों में नहीं जा सकता
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उन की तरफ से लोगों को न मिलने के सवाल पर कहा कि वह पूरी सरकार चला रहे थे। एक मुख्य मंत्री पंजाब के 30 हज़ार गाँवों में नहीं जा सकता। इस के लिए आगे मंत्री हैं, वह लोगों को मिलते हैं। मुख्य मंत्री का काम कंट्रोल करना होता है, जिस का गलत मतलब निकाला गया। चरनजीत सिंह चन्नी एक अच्छे मनुष्य हैं परन्तु इस तरह वह पूरे पंजाब में जा कर सरकार नहीं चला सकते। मंत्रियों को फील्ड में दौड़ना चाहिए और मुख्य मंत्री चन्नी उसे कंट्रोल करना चाहिए।