वाशिंगटन /सान फ्रांसिस्को, 25 सितम्बर (प्रेस की ताकत न्यूज़ डेस्क)-संयुक्त रास्ट्र के शिखर सम्मेलन को संबोधन करन के लिए अमरीका पहुँचे प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी की तरफ से वाइट हाऊस में अमरीकी राशटरपती जो बाईडन के साथ अपनी पहली दुवल्ली मीटिंग की गई, जिस दौरान दोनों नेताओं की तरफ से भारत और अमरीका के संबंधों को ओर मज़बूत बनाने पर ज़ोर दिया गया |मीटिंग दौरान खुले हिंद प्रशांत क्षेत्र, कोविड -19, लोकतंत्रीय कदरा कीमतों, जलवायु तबदीली, आर्थिक सहयोग, अफगानिस्तान समेत अलग -अलग तरजीही मुद्दों पर विचार चर्चा की गई |बाईडन ने कहा कि विशव अगले हफ़्ते महात्मा गांधी का जन्म दिन मनाएगा, जिन का अहिंसा, सत्कार और सहणशीलता का संदेश आज शायद पहले की अपेक्षा ज़्यादा प्रसंगिक हो गया है |बाईडन ने कहा कि हम दोनों देशों बीच संबंधों के नये अध्याय को देख रहे हाँ और दुनिया के दो सब से बड़े लोकतंतरें के बीच सम्बन्ध ओर मज़बूत और नज़दीक होने चाहिएं |उन कहा कि मैं लंबे समय से विस्वास करता हैं कि अमरीका -भारत सम्बन्ध बहुत सी विशव चुणौतियें को हल करन में मदद कर सकते हैं |बाईडन ने कहा कि मैं 2006 में ही कह दिया था कि 2020 तक अमरीका और भारत दुनिया के सब के पास के देशों में शामिल होंगे और आज हम सब से मुशकल चुणौतियें का सामना करते अमरीका -भारत संबंधों के इतिहास का एक अध्याय आरंभ कर रहे हैं |प्रधान मंत्री मोदी ने बाईडन को कहा कि हम इस सदी के तीसरे दशक की शुरूआत में मिल रहे हाँ और आपकी लीडरशिप निश्चित रूप में इस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी कि यह दहाई कैसा होगा |उन कहा कि भारत और अमरीका की दोस्ती को ओर गहरा करन के लिए बीज बीजे गए हैं तो मुझे खुसी है कि भारतीय प्रवासी अमरीका की तरक्की में सक्रिय योगदान डाल रहे हैं |उन कहा कि हमें अपनी प्रतिभा का प्रयोग और ज्यादा विशवव्यापी भलाई और तकनीक का लाभ लेने के लिए करनी चाहिए |प्रधान मंत्री ने कहा कि आने वाले दशक में भारत -अमरीका संबंधों में व्यापार एक महत्वपूर्ण कारक होगा पर इस बात को ध्यान में रखते क्षेत्र में बहुत कुछ किया जाना बाकी है |उन कहा कि दोनों देश बड़ी चुणौतियें को मिलकर हरा सकते हैं |इस साल जनवरी में अमरीका के वें राशटरपती बनने उपरांत जो बाईडन की प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के साथ यह पहली मुलाकात है, जबकि प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी का 2014 में प्रधान मंत्री बनने के बाद वीं बार अमरीका का दौरा कर रहे हैं |इस मौके दोनों नेताओं की तरफ से भारत और अमरीका बीच गहरे संबंधों को मज़बूत करन, एक खुले और स्वतंत्र हिंद -प्रशांत क्षेत्र को कायम रखें, कोविड -19 के साथ पूर करने से ले कर जलवायु तबदीली तक हर मुद्दे पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति प्रकट की गई |