कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर (Second Wave) अब शांत हो गई है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. विशेषज्ञ लगातार तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर देखा जाएगा. इस बीच ऐसा लग रहा है कि देश में तीसरी लहर ने अपनी दस्तक दे दी है. गुरुवार को देश में कोरोना के 41,195 नए मामले सामने आए हैं. इस बीच बेंगलुरु में पिछले पांच दिनों में 242 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले समय में ये मामले बढ़ सकते हैं.
मंगलवार को कर्नाटक में कोरोना के 1,338 नए मामले सामने आए और 31 लोगों की मौत हो गई. बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) ने कहा कि पिछले पांच दिनों में 19 वर्ष से कम उम्र के 242 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है.
पंजाब में फिर कोरोना ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। 17 जुलाई के बाद लगातार मरीजों की संख्या कम होती गई। नौ अगस्त को सबसे कम 31 केस आए लेकिन 11 अगस्त को पहली बार संक्रमितों की संख्या 100 के पार 107 जा पहुंची। अच्छी बात यह है कि मृत्युदर को लेकर राज्य में हालात काबू में है। नए मामले बढ़ने के साथ ही अगस्त माह में संक्रमण दर सबसे न्यूनतम 0.10 से बढ़कर 0.24 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।
अब तक राज्य में कोरोना संक्रमण से 16334 लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को 81 नए मामले सामने आए। अब कुल संक्रमितों की संख्या 599758 हो गई है। राज्य में अब 533 सक्रिय मामले हैं। दो मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं, जबकि 35 ऑक्सीजन पर रखे गए हैं। सबसे ज्यादा 13 नए मामले बठिंडा से आए, इसके बाद लुधियाना (8), जालंधर और मोहाली (6-6) हैं। प्रदेश में गुरुवार को 48890 परीक्षण किए गए और 0.16 प्रतिशत की सकारात्मक दर दर्ज की गई है।
बठिंडा की संक्रमण दर सबसे अधिक 0.79 प्रतिशत दर्ज की गई है। बरनाला और फाजिल्का में संक्रमण दर्ज क्रमश: 0.55 और 0.49 प्रतिशत रही। प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस के 684 मरीज मिले हैं। इनमें पंजाब के 610 और दूसरे राज्यों के 74 मरीज शामिल हैं। अच्छी बात यह है कि ब्लैक फंगस से संक्रमित 333 मरीज अब तक स्वस्थ्य हो चुके हैं। इस संक्रमण के कारण 51 मरीज दम तोड़ चुके हैं।
पटियाला के सरकारी स्कूल में बनूड़ के नजदीक गांव धर्मगढ़ के सरकारी स्कूल के तीन विद्यार्थी गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव मिले। स्कूल की मुख्य अध्यापक शीनम ने बताया कि स्कूल में सेहत विभाग ने 90 विद्यार्थियों और 13 स्टाफ सदस्यों की जांच की। इनमें से तीन के कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। इससे पहले मंगलवार को लुधियाना के दो सरकारी स्कूलों में 20 छात्र कोरोना पॉजिटिव मिले थे। जबकि बुधवार को पटियाला के नाभा के एक सरकारी स्कूल का चौथी कक्षा का छात्र जांच में संक्रमित पाया गया। इसके बाद इन स्कूलों को 14 दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
पंजाब में 17 जुलाई के 26 दिन बाद संक्रमितों की संख्या 100 के पार दर्ज की गई। 9 अगस्त को संक्रमण के 31 नए मामले आए, संक्रमण दर 0.12 प्रतिशत दर्ज की गई। इसके बाद लगातार संक्रमण के केसों में वृद्धि देखी जा रही है। 10 अगस्त को 74 संक्रमण के मामले आए और संक्रमण दर 0.24 प्रतिशत दर्ज की गई। 11 अगस्त को 107 और संक्रमण दर 0.24 प्रतिशत, 12 अगस्त को 81 संक्रमण के नए मामले आए, जबकि संक्रमण दर 0.16 प्रतिशत रही।
पंजाब में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए टेस्टिंग बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। अब हर दिन टेस्टों की संख्या 40 हजार होगी। अभी स्कूलों में विद्यार्थियों के संक्रमित मिलने के बाद प्रतिदिन स्कूलों में 10 आरटीपीसीआर टेस्ट करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।विनी महाजन, मुख्य सचिव, पंजाब।
मोहाली जिले के एक स्कूल में 42 विद्यार्थियों के कोरोना केस मिलने के कारण डीसी को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने 10 अगस्त को पेश होने का समन जारी किया है। इससे पहले मोहाली के डीसी को मामले की जांच के लिए नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद तीन बार रिमाइंडर भी जारी किए गए। डीसी ने जो जांच रिपोर्ट भेजी आयोग उससे संतुष्ट नहीं था। लिहाजा अब डीसी को आयोग ने पेश होने के लिए समन जारी किया है। यह देश का पहला मामला है जहां किसी एक स्कूल 42 विद्यार्थी एक साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए। साथ ही एनसीपीसीआर ने किसी जिले के डीसी को कोरोना केसों को लेकर लापरवाही बरतने के लिए समन जारी कर तलब किया है।
जिले के गांव तंगोड़ी में स्थित कैरियर प्वाइंट गुरुकुल स्कूल में 26 अप्रैल 2021 को 42 विद्यार्थी व स्टाफ के तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। आरोप है कि इस स्कूल में 197 विद्यार्थी अनाधिकृत रूप से हॉस्टल में रह रहे थे। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानि एनसीपीसीआर ने स्वत: संज्ञान लेते हुए किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज न करने के लिए मोहाली के डीसी को नोटिस जारी किया था। यह नोटिस आयोग की रजिस्ट्रार अनु चौधरी की तरफ से जारी किया गया था।
नोटिस जारी होने के बाद गत 12 जून को डीसी मोहाली की तरफ से आयोग को नोटिस का जवाब दिया गया। इस जवाब पर आयोग संतुष्ट नहीं हुआ। इसके बाद तीन बार मोहाली डीसी को आयोग की तरफ से रिमाइंडर जारी किए गए। तीसरा व आखिरी रिमाइंडर 3 अगस्त को जारी किया गया। इसके बाद भी संतोषजनक जवाब न मिलने पर आयोग ने डीसी मोहाली को 10 अगस्त को पेश होने का समन जारी कर दिया है।
जिला प्रशासन व सेहत विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप
इस मामले में जिला प्रशासन व सेहत विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप है। वहीं, इस मामले में स्कूल प्रबंधकों पर डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत जो मामला दर्ज किया गया था, उससे भी आयोग संतुष्ट नहीं है। इसके साथ ही पुलिस विभाग के जिम्मे पूरे मामले को सौंपने और पुलिस की लापरवाही का आरोप भी विद्यार्थियों के परिजनों की ओर से लगाया गया है।