नोटबन्दी,जीएसटी, तीन कृषि बिल,सेना भर्ती पालिसी जैसे प्रयोगों से जनता परेशान।
केंद्र व राज्य सरकार के नए नए नियम व नीतियां लाकर जनता को परेशान करने व असमंजस की स्थिति में डालने की निंदा करते हुए एडवोकेट दमनप्रीत सिंह ने कहाकि आज देश की आर्थिक, समाजिक,राजनीतिक, सामरिक व सुरक्षात्मत स्थिति परिस्थियों के अनुरूप नही है और सरकार जनता पर नए नए प्रयोग कर रही है। नोटबन्दी,जीएसटी, तीन कृषि बिल, आसामयिक लॉकडाउन जैसे प्रयोगों से जनता परेशान हो चुकी है और अब फ़ौज में भर्ती की अग्निपथ योजना बना कर युवाओ पर प्रयोग करने की सरकार योजना बना रही है। कितनी अजीब बात है कि 70-80 वर्ष के नेता देश व प्रदेश पर राज कर रहे हैं और 22 वर्ष का युवा फ़ौज से रिटायर हो जाएगा। सरकार तर्क दे रही है कि रिटायरमेंट के पश्चात युवाओ को पैरा मिलिट्री फ़ोर्स या अन्य सेवाओ में वरीयता मिलेगी तो यहां यह वर्णन करना भी महत्वपूर्ण है कि अगर पैरा मिलिट्री फ़ोर्स या अन्य सेवाओ में पड़ खाली होते तो युवा बेरोजगार ही क्यो होता। उन्होने केंद्र सरकार से अपील की कि देश को प्रयोगशाला न बनाए और नोटबन्दी,जीएसटी, तीन कृषि बिल,सेना भर्ती पालिसी जैसे प्रयोग बन्द करके जनता को परेशान न करे। रोजगार की उपयुक्त व्यवस्था करे ताकि देश का युवा अपने पथ से न भटके और देश के विकास में योगदान दे।