अम्बाला छावनी में बीजेपी नेताओं द्वारा काटी अवैध कॉलोनियों का जल्द होगा खुलासा।
सरकार जनता की सेवक लेकिन मोजूदा सरकार मालिक बन बैठी।
शहरी छेत्र नियमित व नियंत्रित अधिनियम 1975 की धारा 7A को गलत तरीके से जनता पर थोपने के विरोध में युवा इनैलो कार्यकर्ताओं की मीटिंग शहरी हलकाध्यक्ष सुखप्रीत सिंह सेठी की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर धारा 7A के प्रति मोजूदा सरकार के रवैये की निंदा करते हुए इनेलो कार्यकर्ता दमनप्रीत सिंह ने कहाकि धारा 7A नियमित कॉलोनी पर लागू ही नही होती लेकिन फिर भी मोजूदा सरकार ने 7A का हव्वा बना दिया है और जनता से धक्का कर रही है। जायदाद खरीदना व बेचना प्रत्येक व्यक्ति का कानूनी अधिकार है कोई अपराध नही परन्तु बहुत ही अफसोस कि बात है कि लोकतंत्र में सरकार जनता की सेवक होती है और सभी कायदे कानून जनता की भलाई व सहूलियत के लिए बनाए जाते हैं लेकिन मोजूदा सरकार जनता के सेवक की जगह जनता की मालिक बन बैठी है। शहरी छेत्र नियमित व नियंत्रित अधिनियम 1975 की धारा 7A की उपधारा (iii) में स्पष्ट लिखा है कि किसी भी कानून के तहत मान्यता प्राप्त कॉलोनी पर यह धारा लागू नही होती। इसके पश्चात मोजूदा सरकार के ही पत्र क्रमांक 8544-8626 दिनांक 19-12-2018 के अनुसार नियमित कॉलोनियों के सम्बंध में सिर्फ सम्बंधित स्थानीय निकाय विभाग मतलब नगरपालिका, नगरपरिषद या नगरनिगम से ही सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करके एनओसी प्राप्त करने पर ही सम्बंधित तहसीलदार/नायब तहसीलदार रजिस्ट्री करेगा। यह पत्र सभी जिला उपायुक्त के पास भी भेजा गया और इस पर मोजूदा मुख्यमंत्री की सहमति भी की गई ऐसा इस पत्र में स्पष्ट है। इतना सब कुछ होंने के बावजूद भी सरकार नियमित कॉलोनी की रजिस्ट्री के लिए भी डीटीपी विभाग से एनओसी लेने की शर्त लगा रगों है जो कि जनता के साथ सरासर धक्का है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2014 में बीजेपी सरकार आने के पश्चात अधिकतर अवैध कॉलोनियां या तो बीजेपी नेताओं ने काटी या फिर उनमें प्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष इनका ही हाथ रहा। हैरानगी की बात यह है कि इन अवैध कॉलोनियों में सड़के, नालियां व स्ट्रीट लाइट सरकार के खर्च पर लगाई गई। ऐसी कॉलोनियों की लिस्ट, खसरा नम्बर, काटने वाले का नाम, कॉलोनी के नाम व गॉव का नाम सबूत सहित शीघ्र ही उजागर किया जाएगा ताकि जनता को सच्चाई पता लग सके और भ्र्ष्ट नेताओं को नंगा किया जा सके जिससे ईमानदारी का टैग लगाए नेताओं की आंख खुले। इस अवसर पर सौरभ, विशाल, सिद्धार्थ, यानिक बजाज, विनीत कुमार, तरनप्रीत सिंह व अम्पू गुप्ता उपस्थित थे।