हरियाणा में हंटर वाली होली,पानी डालते ही महिलाएं बरसाती हैं कोड़े ,कोड़े यानि हंटर वाली होली के लिए महिलाएं तीन-चार दिन पहले से ही खास तैयारी शुरू कर देती हैं। फाग के दिन खेली जाने वाली होली के लिए गांवों में घर-घर जाकर इच्छा अनुसार चंदा जुटाया जाता है। महिलाएं खुद अपने हाथों से हंटर तैयार करती हैं। यह हंटर सूती कपड़े के दुपट्टे से बुना जाता है। इसे इस तरह बनाया जाता है कि मार खाने वाले पुरुषों के शरीर पर खास निशान भी नहीं पड़ते और परंपरा भी निभ जाती है।