2.54 करोड़ का स्वागत द्वार नही जनता को चाहिए रोजगार।
जनता के खून पसीने की कमाई की बर्बादी व अनियोजित कार्यो से अम्बाला छावनी की जनता की परेशानी बताते हुए एडवोकेट दमनप्रीत सिंह ने कहाकि काफी समय से बन रही पार्किंग का शुरू न होना व रेलवे रोड पर स्वागत द्वार के बनने से जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जनता को बेरोजगारी से छुटकारा दिलाने के लिए फव्वारे या चौक चौबारे नही रोजगार की जरूरत है। चौक चौराहों पर करोड़ो रूपये खर्च हो रहे हैं, 2.54 करोड़ का स्वागत द्वार इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। आज अम्बाला छावनी की जनता जितनी परेशानियों से झूज रही है उतनी किसी अन्य शहर या कस्बे में नही है। बाज़ारो में डिवाइडर बनने से जाम की समस्या बनी रहती है। करोड़ो रूपये जनता के पार्किंग में खर्च हो चुके हैं लेकिन आज भी पार्किंग उद्घाटन का कर रही है। खेलो इंडिया प्रोग्राम का अम्बाला में होना अच्छी बात है लेकिन आधारभूत सुविधाओं का अभाव होने के कारण छात्रों व खिलाड़ियों को परेशानी होने स्वभाविक है। नगरपरिषद की समस्याएं जगजाहिर है, कोई पूछने वाला नही। अम्बाला छावनी में नगरपरिषद के चुनाव न करवाना कहीं न कही सरकार के डर को दर्शाता है। जनता की समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन को उचित कदम उठाकर जनता को राहत दिलाने का कार्य करना चाहिए।