अव्यवस्थाओं का अंबार है जगह जगह।
अम्बाला छावनी रामबाग के मुखयद्वार बनाने के कारण रास्ते को पूरी तरह से बन्द करने को अव्यवस्था व नगरपरिषद अधिकारियों की अनदेखी करार देते हुए एडवोकेट दमनप्रीत सिंह ने कहाकि व्यक्ति की अंतिम यात्रा का रास्ता सुगम व सरल होना चाहिए ताकि पहले से ही दुखी व परेशान अव्यस्थाओँ के कारण परेशान न हो। रामबाग अम्बाला छावनी का मुख्य द्वार नया बनाया जा रहा है यह एक अच्छी पहल है जिसका व्यवस्थित रूप से सम्पन्न होने जरूरी है। रामबाग का मुख्यद्वार लगभग 20 फ़ीट चौड़ा है जिसके निर्माण के लिए 22 फ़ीट के गार्डर प्रयोग किये जा सकते थे या फिर द्वार के दोनों तरफ ईंट की घोड़ी लगाकर द्वार बनाया जा सकता था लेकिन बहुत अफसोस कि बात है कि पूरा रास्ता बंद कर फ़िया गया है जिसके कारण शव को भी गौशाला के अंदर से लंबे रास्ते से ले जाना पड़ता है जिसके कारण रिश्तेदारों व सम्बन्धियो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह जिम्मेवारी नगरपरिषद अधिकारियों की है। अनेक इंजीनियर नगरपरिषद में कार्यरत हैं क्या किसी ने भी इस स्थिति को नही देखा। अगर देखा होता तो ऐसी अव्यवस्था न होती और न ही द्वार पूर्ण रूप से बन्द होता। ऐसी अनेक अव्यवस्थाएं पूरे अम्बाला छावनी में भरी पड़ी है। व्यक्ति की अंतिम यात्रा होती है शव यात्रा, नगरपरिषद अधिकारीयो को ध्यान देंना चाहिए ताकि अंतिम यात्रा में किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। अम्बाला छावनी में अव्यवस्थाओं का अंबार है जगह जगह भरा पड़ा है लेकिन अंतिम यात्रा का रास्ता सुगम, सरल व व्यवस्थित होना अतिआवश्यक है। उम्मीद है नगरपरिषद अधिकारी इस तरफ ध्यान देंगे ताकि जनता को परेशानी न हो।