सोनीपत, 23 सितंबर ( यामीन शाह) : ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) प्रतिष्ठित QS ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग (GER) 2022 में दुनिया के शीर्ष 500 विश्वविद्यालयों में शामिल हो गई है।
क्यू एस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग्स 2022 में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी की रैंकिंग 301-500 है। वैश्विक महामारी की उथल-पुथल के बावजूद इसे हासिल करना असाधारण है। सबसे पहले जेजीयू एकमात्र भारतीय विश्वविद्यालय है जिसे इस रैंकिंग में शामिल किया गया है जो पूरी तरह से सोशल साइंसेज , आर्ट्स और हुमेनिटीज़ पर केंद्रित है। दूसरे,इस सूची में केवल दो निजी भारतीय विश्वविद्यालयों में से एक है और दूसरा लगभग छह दशक पुराना बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी (बिट्स पिलानी) है। तीसरा, 2009 में स्थापित जेजीयू भारत का सबसे युवा विश्वविद्यालय है जिसने 11 अन्य भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ इस शानदार सूची में इस वर्ष क्यूएस जीईआर रैंकिंग में जगह बनाई है।
विश्व के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों में विश्वविद्यालय की स्थिति को मजबूत करने वाली उपलब्धि पर जेजीयू समुदाय को बधाई देते हुए जेजीयू के संस्थापक चांसलर, श्री नवीन जिंदल ने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि जेजीयू प्रतिष्ठित क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग 2022 में अब दुनिया के उच्च शिक्षा संस्थानों में शीर्ष 500 शिक्षा संस्थानों में शुमार किया गया है। जैसा कि हम 30 सितंबर 2021 को जेजीयू की 12 वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं, यह उल्लेखनीय उपलब्धि इससे बेहतर समय पर नहीं आ सकती थी। दुनिया भर में वैश्विक महामारी के प्रभाव को देखते हुए इस वर्ष यह एक सराहनीय उपलब्धि है।”
इस उपलब्धि के महत्व को व्यक्त करते हुए प्रोफेसर डॉ. सी. राज कुमार, संस्थापक कुलपति, जेजीयू ने कहा, “सच यह है कि केवल 12 वर्षों में अपनी स्थापना के बाद से जेजीयू क्यू एस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग 2022 में विश्व के शीर्ष 500 विश्वविद्यालयों में से एक के रूप में उभरा है, जो एक शानदार उपलब्धि है।” प्रोफेसर कुमार ने आगे कहा, ” हम अगले सप्ताह 30 सितंबर 2021 को जेजीयू की 12वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, इतने कम समय में हमने जो मुक़ाम हासिल किया है वह वास्तव में प्रेरणादायक है। ”
इस अवसर पर ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर डाबीरू श्रीधर पटनायक ने कहा, “यह सम्मान हमें बहुत खुशी और विनम्रता से भर देता है, खासकर जब क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की बात होती है, जिसने जेजीयू को भारत के नंबर एक निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया।”