छिन्दवाडा(बभगवानदीन साहू)- सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों ने जिला कलेक्टर छिन्दवाड़ा के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री , राज्यपाल , शिक्षामन्त्री म.प्र. सरकार के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर छिन्दवाडा युनिवर्सिटी में PHD की कक्षाएँ प्रारंभ करने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि , छिन्दवाड़ा जिले में युनिवर्सिटी इस उद्देश्य से प्रारंभ की थी कि बैतूल , सिवनी , मण्डला , बालाघाट और जिले के विद्यार्थीयों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने बड़े शहर भोपाल , इन्दौर , जबलपुर , ग्वालियर ना जाना पड़े। यहाँ रहकर शिक्षा ग्रहण कर वह अपने सपने साकार कर सकते हैं। विश्वविद्यालय की शुरूआत सन् 2019 में हुई । लगभग 2 वर्षों से सैकड़ों विद्यार्थी राह देख रहें हैं कि यहाँ PHD की कक्षाएँ प्रारंभ होगी । कुछ महाविद्यालय में तो लगभग 17 विषयों के आवेदन मंगवाकर प्रति विषय 15000 रु . फीस की वसूली कर ली है और कक्षाएं अभी तक प्रारंभ ही नहीं हुई हैं। इस संबंध में विश्वविद्यालय के अधिकारियों से जानना चाहा तो उनका कहना है कि स्टाफ की कमी के कारण PHD की कक्षाएं प्रारंभ नहीं हुई हैं । शासन को पत्र व्यवहार किया गया है । ऐसा ही मामला है नई शिक्षा निति के अंतर्गत स्नातक के साथ B.ed या D.ed करने का प्रावधान है । पर यहाँ स्थानीय कॉलेज में व्यवस्था नहीं हैं। सरकार की लापरवाही के कारण हजारों विद्यार्थी की शिक्षा अधर में हैं । विद्यार्थी हमारे देश का भविष्य है। सरकार को चाहिए की यहाँ PHD की कक्षाएं शीघ्र प्रारंभ हों तथा महाविद्यालय में डी.एड , बी.एड विषय की उचित व्यवस्था हो। साथ ही स्थानीय विद्यार्थी 12 वीं की परीक्षा में जो सभी उत्तीर्ण हुये हैं उनके दाखिला हेतु प्राथमिकता प्रदान करने की मांग की। ज्ञापन देते समय शिक्षाविद विशाल चउत्रे, आधुनिक चिंतक हर्षुल रघुवंशी, कुनबी समाज के युवा नेता अंकित ठाकरे, राष्ट्रीय बजरंग दल से नितेश साहू, आई.टी.सेल प्रभारी भूपेश पहाडे, पवार समाज के हेमराज पटले, कलार समाज के सुजीत सूर्यवंशी, साहू समाज के जयप्रकाश साहू , युवा सेवा संघ से नितिन डोईफोडे, ओमप्रकाश डेहरिया , रामसुंदर रघुवंशी, हिमाशु तिवारी, सोमेश चरपे, ओमप्रकाश डेहरिया, हर्षवर्धन साहू, नीरज साहू, अंकुश साहू, आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे ।