छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- कई धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने महासचिव संयुक्त राष्ट्र संघ , महामहिम राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर पूरे विश्व में 14 फरवरी को मातृ- पितृ पूजन दिवस मनाये जाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि सनातन संस्कृति में माता-पिता को भगवान का दर्जा है । माता – पिता के प्रति पूज्य भाव प्रदर्शित हो इस निमित्त 14 फरवरी को भारत सहित विश्व के 167 देशों में मातृ-पितृ पूजन दिवस का आयोजन किया जाता है । विद्यार्थियों में , बच्चों में तथा युवाओं में अच्छे संस्कारों का सिंचन माता – पिता से ही होता है। आज का विद्यार्थी हमारा कल का भविष्य है। अत : बच्चों में बचपन से ही उच्च शिक्षा , दीक्षा एवं संस्कारों की आवश्यकता होती है । भारत में लगभग 60 करोड़ से अधिक लोग तथा विश्व में लगभग 2 अरब से अधिक लोग इस कार्यक्रम से लाभान्वित होतें हैं। इस संबंध में महामहिम राष्ट्रपति ने पत्र क्रमांक SINOP1 / B / 090 / 1180110 एवं प्रधानमंत्री ने PMOPG / E / 2016 / 0551834 के माध्यम से अपने अधीनस्थ मंत्रालय एवं समस्त राज्य सरकारों के मुख्य सचिव को आदेशित किया है । सभी राज्य सरकारें एवं समस्त जिला कलेक्टर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से इस आयोजन हेतु सहयोग करते हैं। इस प्रकार के आयोजनों के कारण देश में वृध्दाश्रमों की भी संख्या कम हैं। बच्चे एवं विद्यार्थी डिप्रेशन का शिकार कम होते हैं , विश्व के अन्य देशों में फादर्स डे एवं मदर्स डे मनाया जाता है । जिसमें उनके माता – पिता से बच्चों की मुलाकात का दिन होता है । इसमें उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है । हमारे देश में आपराधिक ग्राफ भी अन्य देशों की तुलना में कम है और बच्चे निरोगी एवं स्वस्थ्य रहते हैं । मातृ – पितृ पूजन दिवस की शुरूआत सर्वप्रथम भगवान श्री गणेश ने की थी । विश्व के समस्त विद्यार्थी सनातन संस्कृति का अनुशरण कर स्वस्थ्य और निरोगी रहकर विश्व के विकास के भागीदार बनें। आपके अंतर्गत लगभग 193 देश आते हैं। इससे अधिक लोग लाभान्वित हो सकतें हैं । विश्व के समस्त बच्चों का हित ध्यान में रखते हुए 14 फरवरी को मातृ – पितृ पूजन दिवस मनाये जाने की मांग की। ज्ञापन देते समय समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई , खजरी आश्रम के जयराम भाई , शिक्षाविद विशाल चवुत्रे , आधुनिक चिंतक हरशुल रघुवंशी , कुनबी समाज के युवा नेता अंकित ठाकरे , राष्ट्रीय बजरंग दल के नितेश साहू , कलार समाज के सुजीत सूर्यवंशी , साहू समाज के ओमप्रकाश साहू , पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले , युवा सेवा संघ के नितिन दोईफोड़े , ओमप्रकाश डहेरिया , आई.टी. सेल के प्रभारी भूपेश पहाड़े , M. R. पराडकर , धनाराम समोडिया , अखिल भारतीय नारी रक्षा मंच से दर्शना खट्टर , विमल शेरके , डॉ. मीरा पराडकर , छाया सूर्यवंशी , करुणेश पाल , शकुंतला कराडे , वनीता सनोडिया , योगिता पराडकर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।