चण्डीगढ़, 22 अगस्त (शिव नारायण जांगड़ा)- कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील राष्ट्रीय मामलों पर नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों के हाल ही में आए बयानों का सख़्त नोटिस लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज ऐसी घिनौनी और बुरी टिप्पणियों के विरुद्ध ताडऩा की, जिनसे राज्य के साथ-साथ देश की अमन-शान्ति और स्थिरता के लिए ख़तरा पैदा हो सकता है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सिद्धू को भी अपने सलाहकारों को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान को सलाह देने तक सीमित रखने और उन मसलों पर ना बोलने के लिए कहा जिन संबंधी उनको या तो थोड़ा-बहुत पता है या फिर बिल्कुल ही कोई जानकारी नहीं है और उनको अपनी टिप्पणियों के निकलने वाले अर्थों की भी समझ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने यह प्रतिक्रिया डॉ. प्यारे लाल गर्ग द्वारा पाकिस्तान की निंदा करने पर उनको (कैप्टन अमरिन्दर सिंह) किए गए सवाल और इससे पहले कश्मीर संबंधी मालविन्दर सिंह माली की विवादास्पद बयानबाज़ी के संदर्भ में सामने आई है। इन दोनों को सिद्धू ने हाल ही में अपना सलाहकार नियुक्त किया है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने माली और गर्ग के आश्चर्य भरे बयानों पर हैरानी ज़ाहिर करते हुए कहा कि यह बयान पाकिस्तान और कश्मीर संबंधी भारत और कांग्रेस पार्टी की पॉजि़शन के बिल्कुल उलट हैं। उन्होंने पंजाब कांग्रेस के प्रधान को अपने सलाहकारों द्वारा भारत के हितों को और नुकसान पहुँचाने से पहले उन पर लगाम लगाने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि कश्मीर भारत का अटूट अंग था और अब भी है। उन्होंने कहा कि इसके उलट माली ने पाकिस्तान की हाँ में हाँ मिलाने वाला बयान दिया है, जोकि पूरी तरह देश विरोधी है। उन्होंने माली की निंदा करते हुए कहा कि ना सिफऱ् अन्य पार्टियाँ बल्कि कांग्रेस द्वारा भी व्यापक रूप में निंदा किए जाने के बावजूद माली ने अपना बयान वापस नहीं लिया।
गर्ग द्वारा उनकी (कैप्टन अमरिन्दर सिंह) पाकिस्तान की आलोचना वाली टिप्पणी को पंजाब के हित में ना बताए जाने वाले बयान पर व्यंग्य करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू के सलाहकार ज़मीनी हकीकत से बहुत दूर हैं। उन्होंने कहा कि यह सत्य ना सिफऱ् हर पंजाबी बल्कि हर भारतीय जानता है कि पाकिस्तान हमारे लिए हमेशा ख़तरा रहा है। हर रोज़ वह हमारे राज्य और देश में उथल-पुथल या अस्थिरता फैलाने के लिए ड्रोन के द्वारा हथियार और नशे भेजने जैसी भद्दी कोशिशें करता रहता है। मुख्यमंत्री ने गर्ग की टिप्पणी को तर्कहीन और ना-वाजिब करार देते हुए कहा कि पंजाबी सैनिक सरहदों पर पाकिस्तान की समर्थन वाली ताकतों के हाथों जान गंवा रहे हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गर्ग जो राजनीति से प्रेरित भडक़ाऊ और गैर-जि़म्मेदाराना बयान खुलेआम दे रहे हैं, को पंजाबियों के बलिदान को हलके में न लेने की अपील करते हुए कहा, ‘‘गर्ग शायद भूल गए हैं कि 80 और 90 के दशक में पाकिस्तान की सहायता प्राप्त आतंकवादियों के हाथों हज़ारों पंजाबियों को अपनी जान गंवानी पड़ीं, परन्तु ना मैं भूला और ना ही पंजाब के लोग भूले हैं। पाकिस्तान के ख़तरनाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए हम अपनी लड़ाई जारी रखते हुए हर प्रयास ईस्तेमाल करेंगे।’’