चंडीगढ़, 30 सितम्बर (शिव नारायण जांगड़ा)- पंजाब में चल रही राजनैतिक असिथरता कारण सूबा बहुत तेज़ी के साथ राष्ट्रपति राज की तरफ बढ़ रहा है। यहाँ कांग्रेस पार्टी में विवाद है और किसी समय पर भी सूबो की चरनजीत सिंह चन्नी सरकार के लिए फ्लोर टैस्ट की स्थिति पैदा हो सकती है। आओ समझते हैं कि सूबो में आर्टीकल -356 अधीन किन्हें स्थितियों में राष्ट्रपति राज लागू हो सकता है किसी सूबो की विधान सभा राज्यपाल की तरफ से तय समय -हद अधीन मुख्य मंत्री के रूप में नेता की चयन करन में असमर्थ हो।
*गठजोड टूटने की स्थिति में किसी सूबो के मुख्य मंत्री को सदन में हाऊस का निर्धारित समर्थन हासिल न हो और राज्यपाल की तरफ से निर्धारित समय अंदर भरोसो की वोट साबित करन में असफल रहे।
*जंग, महामारी या कुदरती आफतों जैसे कारणों कर कर मतदान मुलतवी होने ’और।
*राज्यपाल की रिपोर्ट अनुसार अगर सूबो की संवैधानिक मशीनरी या विधान सभा के संवैधानिक मापदण्डों की पालना करन में असफल रहा जाये।
यहाँ यह बता दईए कि पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से बीते दिन केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की गई थी। उन्हों ने कहा कि उन के अपने कुछ सिद्धांत हैं, जिन पर वह हमेशा चलते रहेंगे। हालाँकि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की खबरें का खंडन किया। कैप्टन अमरिन्दर सिंह मुताबिक वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं क्योंकि अब पार्टी में ऐसा बाँटो उन के पास से बरदाश्त नहीं हो रहा। कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान की तरफ से जब विधायक दल की बैठक रखी गई थी तो साफ़ तौर पर मंत्रियों और विधायकों को कहा गया था कि उन के घर (कैप्टन) कोई नहीं जायेगा। उन कहा कि यदि इतने सेल पार्टी में रहने के बावजूद भी उन के साथ ऐसा सलूक किया गया तो फिर पीछे क्या रह गया।