Web Desk-Harsimran
चंडीगढ़, 25 अक्तूबर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)- केंद्र सरकार द्वारा पास किये तीन किसान विरोधी कृषि बिलों के खि़लाफ़ चल रहे बड़े किसान आंदोलन में शिरकत करते समय शहीद हुए मानसा ज़िले के किसानों के वारिसों को पंजाब के परिवहन मंत्री श्री अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग द्वारा सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे गए। कैबिनेट मंत्री श्री वड़िंग ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से उनको ज़िम्मेदारी सौंपी गई है कि किसानी संघर्ष के अमर योद्धाओं के घर में पहुँच कर परिवारों के साथ सरकार की तरफ़ से डट कर खड़े होने की वचनबद्धता दोहराई जाये। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से किसानी आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के पीड़ित परिवार को पाँच-पाँच लाख रुपए की वित्तीय मदद के साथ-साथ एक वारिस को सरकारी नौकरी देने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
कैबिनेट मंत्री ने आज के दौरे दौरान मानसा, सरदूलगढ़ और बुढलाडा के अलग-अलग गाँवों में अनौपचारिक संबोधन के दौरान कहा कि केंद्र की तरफ के पास किये काले कृषि कानूनों के खि़लाफ़ चल रहे संघर्ष के दौरान अपनी जानें गवाने वाले किसानों के परिवारों को पंजाब सरकार की तरफ से प्रति किसान पाँच लाख रुपए दिए गए हैं और मृतक किसानों के एक -एक पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के लिए कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति पत्र देने की शुरूआत मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से की गई और अब राज्य के विभिन्न जिलों में इन परिवारों को घर-घर जाकर नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं।
उन्होंने स्व. किसान गुरजंट सिंह निवासी कोट धरमू के लड़के सुखविन्दर सिंह, स्व. धन्ना सिंह निवासी खिआली चहलां वाली की पत्नी मनजीत कौर, स्व. कुलवंत सिंह निवासी नन्दगढ़ के लड़के निर्मल सिंह, स्व. गुरजंट सिंह निवासी बच्छोआना के लड़के सुखविन्दर सिंह, स्व. जगसीर सिंह निवासी भादड़ा की पत्नी रमनदीप कौर उर्फ मलकीत कौर, स्व. जुगराज सिंह निवासी गुड़दी के लड़के बख्शीश सिंह और किसान स्व गुरजंट सिंह निवासी अलीशेर कलां के लड़के जगसीर सिंह को नियुक्ति पत्र सौंपे।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जो परिवार अपने सदस्य गवा चुके हैं, उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता परन्तु पीड़ित परिवारों की मदद के लिए सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़ेगी।
इस मौके पर विधायक नाजर सिंह मानशाहिया, चेयरमैन ज़िला परिषद बिक्रम सिंह मोफ़र, सीनियर नेता रणजीत कौर भट्टी, एडवोकेट गुरप्रीत सिंह विक्की, डिप्टी कमिशनर महिंद्र पाल, एस. एस. पी. सन्दीप कुमार गर्ग, माइकल गागोवाल मौजूद थे।