छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- आज संत श्रीआशारामजी गुरुकुल से जुडे लोगों ने जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर राजस्व अधिकारियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज की मांग की। ज्ञापन में बताया कि कोरोनाकाल का गलत फायदा उठाते हुए कुछ भू- माफियाओं ने राजस्व विभाग से सांठगांठ कर कुछ किसानों से जबरन शिकायत करवाई कि जामुनझिरी गौशाला प्रबंधक ने हमारा खेतों में आवागमन बंद कर दिया है जिससे हमारी फसलें बर्बाद हो रही है। राजस्व विभाग की टीम ने सारे नियम कायदे को ताक पर रखकर गौशाला प्रबंधक के खिलाफ एक तरफ़ा आदेश जारी किया। गौशाला प्रबंधक द्वारा उक्त आदेश के खिलाफ जिला कलेक्टर न्यायालय में अपील दर्ज करायी। जिला कलेक्टर ने अपनी सूझ – बूझ का परिचय देते हुए राजस्व विभाग के आदेश पर स्थगन/ स्टे आदेश जारी किया।यह प्रकरण जामुनझिरी गौशाला का है, जो राजस्व रिकार्ड में संस्कृत पुस्तकोन्नति सभा के नाम पर दर्ज है। पर राजस्व अधिकारियों की घोर लापरवाही या जानबुझकर दुर्भावना पूर्वक प्रकरण बनाया आशाराम गुरूकुल के नाम पर। यह सर्वविदित है कि संत श्री आशारामजी गुरूकुल परासिया रोड छिन्दवाड़ा में स्थित है। यह इस देश का सबसे प्रतिष्ठित संस्थान है। इस गुरूकुल में देश के लगभग 28 प्रदेशों के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। यहाँ के विद्यार्थीयों ने समय – समय पर कई प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचकर जिले को गौरान्वित किया है। कोरोना काल में गुरूकुल द्वारा जिले के गरीब जरूरतमंदों की सराहनीय सेवा की गई। उक्त गुरूकुल सभी सेवाकार्य में अग्रणि है। राजस्व अधिकारियों ने जानबुझकर एक षड़यंत्र के तहत गुरूकुल की प्रतिष्ठा धुमिल करने का अपराधिक कृत्य किया। गौशाला खजरी (जामुनझिरी) के आस – पास के कुछ किसानों ने शिकायत की है या करवाई है, सभी के लिए वहाँ आवागमन हेतु पक्का सरकारी रास्ता है। फिर भी गौशाला के अन्दर से रास्ता चाहिए यह बात समझ से परे है। किसानों की फसल के फोटोग्राफ संलग्न किये जिसमें फसल अच्छी है, तथा दिनाँक 09/08/2021 को राजस्व अधिकारियों ने जिला कलेक्टर को प्रस्तुत प्रतिवेदन की प्रति भी उपलब्ध करायी। जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक से मांग की गयी की उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच करवाकर राजस्व अधिकारियों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। ज्ञापन देते समय ज्ञापन देते समय सामाजिक कार्यकर्ता भगवानदीन साहू, विशाल चउत्रे, हरशुल रघुवंशी, पालक संघ के नितिन दोईफोड़े , सुजीत सूर्यवंशी, मोहित मखीजा, सोमनाथ पवार, राजकुमार पंडोले, ओमप्रकाश डहेरिया, भूपेश पहाड़े, अंकित ठाकरे मुख्य रूप से उपस्थित थे।