अमृतसर, 23 दिसंबर 2021, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
श्री हरमंदिर साहिब में हुई बेअदबी की घटना के तीन दिन बाद भी आरोपित की पहचान नहीं हो पाई है। पोस्टमार्टम के बाद उसका शव कड़ी सुरक्षा के बीच श्री दुर्ग्याणा तीर्थ स्थित शिवपुरी धाम में लाया गया। पुलिस बल की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
श्री हरिमंदिर साहिब में बेअदबी के आरोप में मारे गए युवक की मौत सिर में गहरी चोट लगने के कारण हुई थी। यह चोट किसी लोहे की वस्तु अथवा कड़े की हो सकती है। सिर पर गहरी चोटों के निशान पाए गए हैं। इसके अलावा शरीर का ऐसा कोई हिस्सा नहीं, जहां चोट न लगी हो। शरीर के कई हिस्सों में हड्डयिां भी टूटी हुई थीं। मृतक की छाती, पीट, टांगों, बाजुओं की पर चोटों के निशान मिले हैं। बुधवार को सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान मृतक की अंगुली को काटकर सुरक्षित रखा गया। यह अंगुुली फिल्लौर स्थित फोरेंसिक लैब में भेजी जाएगी। बताया जा रहा है कि अंगुली के जरिए एक बार फिर मृतक की पहचान करने की कोशिश की जाएगी। वहीं, डीएनए टेस्ट के लिए छाती से हड्डी ली गई है। घटना के तीन दिन बाद भी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।
इससे पूर्व, सुबह से ही सिविल अस्पताल परिसर को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में रखा था। किसी को भी पोस्टमार्टम हाउस की तरफ आने की आज्ञा नहीं थी। यहां तक कि अस्पताल में कार्यरत डाक्टरों व सहयोगी स्टाफ को भी दूसरी रास्ते से अंदर जाने को कहा गया। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सिविल अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के डा. आशीष शर्मा, डा. कुलविंदर, डा. रवि तेजपाल, डा. जैसमीन व डा. अर्शदीप सिंह पर आधारित मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू। इसकी बाकायदा वीडियोग्राफी की गई।
18 दिसंबर की शाम श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य हाल में एक युवक ग्रिल को फांदकर उस स्थान पर पहुंच गया, जहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब सुशोभित थे। उसने वहां रखी कृपाण उठा ली और श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का प्रयास किया। वहां मौजूद पाठी और सेवादारों ने उसे काबू कर लिया। बाद में भीड़ ने उसकी पीटकर हत्या कर दी।