नोएडा, 3 सितम्बर (प्रेस की ताकत न्यूज़ डेस्क)- महिला सिपाही से इश्क का ऐसा भूत किसी पर चढ जाये कि वह अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या को अंजाम दे दे। इतना ही नही अपने आप को बचाने के लिए अपने एक निर्दोष दोस्त को भी मौत के घाट उतार दे, ऐसा मामला शायद ही पहले कभी सुनाई दिया हो या दिखा होगा। हालाकि पुलिस ने मामले का खुलासा तीन वर्ष बाद करते हुए आरोपी को बुधवार को गिरफतार कर लिया गया है।
मामला गैंगस्टर नोयडा क चिपियान गावं का हैं बताया जा रहा है यहा पर मूलतः अलीगढ निवासी राकेश पुत्र बनवारी वर्ष 2018 से रह रहा था उसके साथ उसकी पत्नी तथा दो बच्चे भी उनके साथ रह रहे थे। मिल रही जानकारी के अनुसार राकेश का प्रेम सम्बधं इसी दौरान रूबी नाम की एक महिला सिपाही से हो गया था। रूबी ने राकेश से शादी करने का प्रस्ताव इस शर्त के साथ रखा कि वह उससे शादी तभी करेगी जब वह अपनी पत्नी और दोनो बच्चों को किनारे लगा देगा। रूबी के प्यार के नशे मे राकेश इस वजय से गिरफतार हो चुका था कि उसने इसके लिए भी हामी भरते हुए मौके की तलाश करने लगा।
राकेश ने एक दिन मौका देखकर अपनी पत्नी और दोनों बच्चो को मोत के घाट उतराते हुए उनके घर मे ही दफन कर दिया। राकेश ने अपनी शातिराना चाल चलते हुए एटा के मारहरा स्थित अपने ससुराल मे आकर अपने ससुर के माध्यम से अपनी पत्नी और बच्चो के गायब होने की प्रथम सुचना रिपोर्ट पुलिस में करवा दी। राकेश के ससुर मोतीलाल को राकेश पर शक काफी पहले से हो रहा था इसलिए उसने कोर्ट का सहारा लेते हुए राकेश पर दहेज हत्या का मुकदमा भी दर्ज करावा दिया। अपने ऊपर दर्ज मुकदमे से बचने के लिए राकेश ने एक और चाल चलते हुए अपनी पत्नी को खोजने के बहाने अपने दोस्त अलीगढ निवासी कल्लू को 25 अप्रैल 2018 को बुला लिया और पत्नी को खोजने के बहाने ढोलना मे उसका सिर काटकर मौत के घाट उतारते हुए उसको अपने कपडे पहना दिये तथा उसके शरीर पर अपना आइकार्ड डाल दिया जिससे पूलिस को यह लगे कि राकेश की मौत हो चुकी है।
मामले में राकेश के पिता बनवारी जो कि सेवानिवृत्ति पुलिस कर्मी है ने ओैर उसके भाई राजीव ने भी अपनी भागीदारी दिखाते हुए शव की शिनाख्त राकेश के रूप् मे कर दी। इतना ही पिता और भाई ने राकेश के ससुराल पक्ष पर ही राकेश की हत्या करने का आरोप लगाते हएु उन पर मुकदमा भी दर्ज करावा दिया। मामले का खुलासा करने के लिए पड रहे दबाव पर वरिष्ठ अधिकारियों के निेर्देश पर ढोलना पुलिस ने राकेश का डी-एन-ए जाचं करायी तब जाकर पता चला कि राकेश जिन्दा है। शक पर राकेश के पिता बनवारी से पूछताछ और उसके मोबाईल पर राकेश से बात की जानकारी पर कडाई बरतने पर बनवारी ने सारा राज पुलिस के सामने खोल कर रख दिया। सर्विलांस से पता चलने पर पुलिस ने राकेश को सोनीपत से गिरफतार कर लिया और नोयडा लाकर उसकी पत्नी तथा बच्चो के शव को भी बरामद करा लिया गया है।