चंडीगढ़, 12 अगस्त (शिव नारायण जांगड़ा) : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गुरूवार को ऐलान किया कि राज्य सरकार मैडल विजेताओं को नौकरियाँ देने के लिए जल्द ही रूप-रेखा तैयार करेगी। उन्होंने मुख्य सचिव को आखिरी फ़ैसला लेने से पहले इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर विचारने के लिए कहा।
आज शाम यहॉँ पंजाब भवन में रखे समागम के दौरान ओलंपिक पदक विजेताओं और टोक्यो ओलंपिक -2020 में हिस्सा लेने वाले खिलाडिय़ों, जिन्होंने देश ख़ास कर राज्य का नाम रौशन करके सभी पंजाबियों का सिर गर्व से ऊँचा किया, को 28.36 करोड़ रुपए की नकद इनामी राशि से सम्मानित करने के मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने देश के खेल इतिहास में फिर इतिहास सृजित किया है।
मुख्यमंत्री और पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर ने नकद इनामी राशि को ओलंपिक पदक विजेताओं और हिस्सा लेने वालों के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया।
सम्मान और शुकराने के प्रतीक के तौर पर महिला हॉकी खिलाडिय़ों ने मुख्यमंत्री को अपने पूरी टीम सदस्यों के हस्ताक्षरों वाली हॉकी भेंट की।
टोक्यो ओलंपिक -2020 में 41 सालों के अंतराल के बाद कांस्य पदक जीतने में पुरुष हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री ने इसको हॉकी में भारत की छिन चुकी शान को फिर से बहाल करने की शुरूआत बताया।
टोक्यो ओलंपिक -2020 में प्रांतीय खिलाडिय़ों के शानदार प्रदर्शन को मान्यता देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने खिलाडिय़ों के नाम पर स्कूलों और उनके पैतृक गाँवों को जाने वाली सडक़ों का नाम रखने का ऐलान किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला को ऐसे स्कूलों और सडक़ों की पहचान करने के लिए भी कहा जिससे इन खिलाडिय़ों को बनता सम्मान दिया जा सके जिन्होंने हर पंजाबी का मान बढ़ाया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पुरुष हॉकी के कप्तान मनप्रीत सिंह को पंजाब पुलिस में डी.एस.पी. से एस.पी. के तौर पर तरक्की दी।
खिलाडिय़ों को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा मुहैया करवाने जिससे वह विश्व स्तरीय मुकाबलों में और उत्तम कारगुज़ारी दिखा सकें, के लिए अपनी सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा भुपिन्दर सिंह पंजाब खेल यूनिवर्सिटी, पटियाला पंजाब के खिलाडिय़ों के विलक्षण हुनर को वैश्विक नक्शे पर प्रदर्शित करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने खेल मंत्री को खिलाडिय़ों और उनके कोचों की सलाह के साथ अलग-अलग खेलों के लिए अत्याधुनिक स्टेडियम विकसित करने सम्बन्धित रूप-रेखा तैयार करने के लिए कहा जिससे वह विश्व स्तरीय मापदण्डों के अनुसार पेशेवर ढंग से अभ्यास कर सकें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मंतव्य के लिए फंडों की कोई भी कमी नहीं आने दी जायेगी।
हॉकी के महान खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर और प्रसिद्ध अथलीट मिलखा सिंह का विशेष जि़क्र करते हुये उन्होंने कहा कि अगर वह आज जि़ंदा होते तो इस दुर्लभ प्राप्ति पर सबसे ज़्यादा ख़ुशी इन दोनों महान खिलाडिय़ों को होनी थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब का पृष्टभूमि रखने वाले गोल्ड मैडल विजेता जैवलिन थ्रोयर नीरज चोपड़ा, जो इस विलक्षण प्राप्ती को हासिल करने वाले पहले भारतीय अथलीट हैं, को भी सम्मानित करेगी। बताने योग्य है कि नीरज चोपड़ा आज के समागम में शामिल नहीं हो सके।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पुरुष हॉकी में ऐतिहासिक जीत और महिला हॉकी टीम और अथलीट कमलप्रीत कौर की तरफ से दिखाई गई शानदार कारगुज़ारी और खेल भावना हमेशा उभरते खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में मान -सम्मान की नयी ऊँचाईयाँ प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने मुक्केबाज़ी, निशानेबाज़ी और अथलैटिकस में पंजाब के खिलाडिय़ों की शमूलियत की भी सराहना की।
अपने संबोधन में पंजाब के राज्यपाल ने इन खिलाडिय़ों की पुलिस फोर्स में भर्ती होने की भावना की सराहना की और इच्छुक खिलाडिय़ों को चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती होने की पेशकश भी की। उन्होंने कहा कि खेल में गाँवों से हुनरमंद खिलाडिय़ों का पूल तैयार करके लाया जाये और हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में उचित सहूलतों से लैस खेल अकैडमियों की ज़रूरत है जहॉँ नौजवानों की ऊर्जा को खेल की तरफ लगाया जा सके।
राज्यपाल ने ओलम्पिक में पंजाब के खिलाडिय़ों के बेमिसाल योगदान का जि़क्र करते हुए कहा कि मि_ापुर और संसारपुर को हॉकी के उभरते खिलाडिय़ों की नर्सरियाँ माना जाता रहा, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय खेलों में देश का नाम रौशन किया। उन्होंने कहा कि ओलम्पिक में हॉकी टीम में एक समय ऐसा था जब बहुत से मैंबर सिर्फ संसारपुर के थे।
इस मौके पर खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने ऐलान किया कि पंजाब सरकार सुरजीत हॉकी अकादमी के समान महिला हॉकी अकादमी स्थापित करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा ओलम्पिक पदक विजेताओं को सरकारी नौकरियाँ देने की पेशकश के किए ऐलान का स्वागत किया।
पंजाबी खिलाडिय़ों के शानदार प्रदर्शन के मद्देनजऱ राज्य सरकार ने इस बार नकद पुरस्कारों की राशि बढ़ाकर देने का फ़ैसला किया। इस मौके पर काँस्य पदक विजेता 10 पुरूष हॉकी खिलाडिय़ों को 2.51-2.51 करोड़ रुपए देकर सम्मानित किया गया। इसी तरह भारतीय महिला हॉकी टीम की 2 खिलाडिय़ों, भारतीय पुरूष हॉकी खिलाड़ी (प्रतिभागी) और एक फाइनलिस्ट एथलीट को 50-50 लाख रुपए और इन खेलों में हिस्सा लेने वाले छह खिलाडिय़ों को 21-21 लाख रुपए देकर सम्मानित किया गया।
जि़क्रयोग्य है कि टोक्यो ओलम्पिक्स में पंजाब के 20 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया, जिनमें काँस्य पदक विजेता पुरूष हॉकी टीम के 11 खिलाड़ी मनप्रीत सिंह (कप्तान), मनदीप सिंह, हार्दिक सिंह, हरमनप्रीत सिंह, रुपिन्दरपाल सिंह, शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंट सिंह, कृष्ण पाठक, वरुण कुमार और सिमरनजीत सिंह, 3 एथलैटिक्स खिलाड़ी तेजिन्दरपाल सिंह तूर (शॉटपुट), कमलप्रीत कौर (डिस्कस थ्रोअर) और गुरप्रीत सिंह (50 किलोमीटर वॉकर), सेमीफाइनल में पहुँची और चौथे स्थान पर रही भारतीय महिला हॉकी टीम की 2 खिलाडिय़ों गुरजीत कौर, रीना खोखर और निशानेबाज़ अंजुम मौदगिल और अंगदवीर सिंह, मुक्केबाज़ सिमरनजीत कौर और पैरालम्पिक्स में हिस्सा लेने जा रही बैडमिंटन खिलाड़ी पलक कोहली शामिल हैं।