जालंधर, 26 सितम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)—खेती कानूनों दे विरोध में किसान एक बार फिर से बड़ा एक्शन करन वाले हैं। संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से 27 सितम्बर को ‘भारत बंद ’ की काल दी गई है। किसान मोर्चे की तरफ से मिले भारत बंद के बुलाऐ को ले कर कल यानि 27 सितम्बर को भारत बंद रहेगा और किसान जत्थेबंदियाँ की तरफ केंद्र सरकार ख़िलाफ़ रोश -मुज़ाहरे किये जाएंगे। वहां ही किसान संगठन की तरफ से कहा गया है कि भारत बंद शान्तिमय होगा।
यहाँ बताने योग्य है कि भारत बंद प्रातःकाल 6बजे से ले कर शाम 4बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान कई तरह की यातायात भी प्रभावित होगी। केंद्र और राज सरकार के दफ़्तर, बाज़ार, दुकानों, फ़ैक्टरियाँ, स्कूल, कालेज और ओर शैक्षिक अदारे खोलने की इजाज़त नहीं होगी। भारत बंद दौरान ऐंबूलैंसें और फायर सेवाओं समेत एमरजैंसी सेवाओं की ही इजाज़त होगी। वहां ही भारत बंद को सफल बनाने के लिए भारतीय किसान यूनियन समेत ओर जत्थेबंदियाँ की तरफ से लोगों को समर्थन देने की अपील भी की जा रही है।
यहाँ यह भी बताने योग्य है कि तीन नये खेती कानूनों को के पास हुए एक साल से अधिक का समय हो चुका है किसान लगभग एक साल से दिल्ली की सरहदों पर खेती कानूनों का विरोध करन के लिए बैठे हुए हैं। इस के साथ ही देश के अलग -अलग सूबों में भी किसानों की तरफ से तीनों ही खेती कानूनों का विरोध किया जा रहा है। इस दौरान केंद्र और किसानों बीच करीब 11 बार मीटिंग भी हो चुकी है, खुशी से बेनतीजा ही रही है।
यह सब रहेंगे बन्द
केंदर और सूबे सरकार के सभी दफ़तर
बाज़ार, दुकानों और उदयोग
सकूल, कालेज, यूनिवर्सिटी और हर तरह के शैक्षिक अदारे
हर तरह की जनतक आवाजाई
सरकारी या ग़ैर -सरकारी जनतक प्रोगराम
इन को मिलेगी छोट
हसपताल, मैडीकल स्टोर, एंबुलेंस और कोई भी मैडीकल सेवाओं खुलीं रहणगियां
फायर बि्रगेड, आफ़त राहत या निजी एमरजैंसी
स्थानिक संगठनों की तरफ से दी गई कोई भी छूट
कोरोना के साथ जुड़ी किसी भी सर्विस को रोका नहीं जायेगा।
यहाँ यह बताने योग्य है कि संयुक्त किसान मोर्चो ने अपने वरकरें को दिशा -निर्देश भी दिए हुए हैं। मोर्चे की तरफ से कहा गया है कि किसी तरह की कोई ज़बरदस्त न की जाये। यह भी कहा कि है कि यह बंद सरकार के ख़िलाफ़ है नाकि लोगों ख़िलाफ़ और इस आंदोलन में कोई हिंसा या भन्नतोड़ नहीं होनी चाहिए।