भाजपा हरियाणा मामलों के प्रभारी व त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देब एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। उन्होंने हरियाणा के नेताओं के साथ बैठकों का सिलसिला शुरू कर दिया है। लगभग दो महीने पहले भी उन्होंने सांसदों, मंत्रियों-विधायकों व वरिष्ठ नेताओं के साथ चरणबद्ध तरीके से बैठकें की थी। निर्दलीय विधायकों के साथ भी उन्होंने ‘पींग बढ़ाई’ थी। माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे देब इन बैठकों के जरिये हरियाणा के मिजाज भांपना चाहते हैं।
मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ़ बीरेंद्र सिंह डूमरखां और उनकी पत्नी तथा उचाना से पूर्व विधायक प्रेमलता ने नयी दिल्ली में प्रदेश प्रभारी से मुलाकात की। उनकी इस मुलाकात के साथ ही प्रदेश की हॉट सीट में शामिल उचाना पर एक बार फिर राजनीतिक गरमी पैदा हो गई है। यहां से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला विधायक हैं। पूर्व में भी भाजपा और जजपा रिश्तों को लेकर इसी सीट की वजह से सवाल उठने शुरू हुए थे। उचाना सीट से चुनाव लड़ने को लेकर प्रभारी ने बयान दिया था। इसके जवाब में डिप्टी सीएम ने भी पलटवार किया था।
हालांकि बाद में यह मामला ठंडा पड़ गया, लेकिन बीरेंद्र सिंह और प्रेमलता की इस मुलाकात के बाद फिर से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीरेंद्र सिंह मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वहीं उनके बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार से सांसद हैं। डूमरखां दंपति की मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि दुष्यंत चौटाला कई बार ऐलान कर चुके हैं कि वे अगला चुनाव भी उचाना से ही लड़ेंगे। इस मुद्दे पर बीरेंद्र सिंह और दुष्यंत के बीच जबरदस्त वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है।
अभी चूंकि भाजपा और जजपा का गठबंधन चल रहा है, अगर चुनाव गठबंधन में लड़ा जाता है तो उचाना की सीट पर बड़ा पेच फंसना स्वाभाविक है। बीरेंद्र सिंह परिवार इस सीट पर अपना दावा छोड़ने के मूड में कतई नहीं है। बहरहाल, इस मुलाकात के बाद एक बार फिर उचाना सीट सुर्खियों में आ गई है। वहीं दूसरी ओर, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने भी प्रभारी से मुलाकात की।
धनखड़ द्वारा हलकावार पन्ना प्रमुख सम्मेलनों का आयोजन करवाया जा रहा है। पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर उन्होंने प्रभारी के साथ चर्चा की। साथ ही, आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी मंथन हुआ।
दक्षिणी हरियाणा पर राव इंद्रजीत के साथ मंथन
भाजपा नेताओं के साथ मुलाकात के बाद प्रभारी ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से भी उनके दिल्ली स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की। दक्षिण हरियाणा में इंद्रजीत सिंह की गहरी पैठ है। भाजपा को लगातार दो बार- 2014 और 2019 में सत्ता में लाने में दक्षिण हरियाणा की अहम भूमिका रही। राव इंद्रजीत सिंह मोदी कैबिनेट में लगातार दूसरी बार मंत्री हैं। हालांकि पार्टी ने अहीरवाल में पैठ बनाने के लिए पूर्व सांसद डॉ़ सुधा यादव को केंद्रीय चुनाव समिति में शामिल किया हुआ है। भूपेंद्र यादव को भी केंद्र मे कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। राव इंद्रजीत सिंह के साथ हुई मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि वे (राव इंद्रजीत) अपनी बेटी आरती राव को राजनीति में स्थापित करना चाहते हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने बेटी को विधानसभा चुनाव लड़वाने के प्रयास किए थे, लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाए। उनकी इस इच्छा के बारे में केंद्रीय नेतृत्व को भी अच्छे से पता है। ऐसे में संभव है कि इसीलिए उनके साथ यह मुलाकात हुई ताकि भविष्य की रणनीति तय की जा सके।