इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने आज कहा कि भारत द्वारा बार- बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने के कारण पाकिस्तान उसके साथ संबंधों में किसी तरह के सुधार की उम्मीद नहीं कर रहा।
भारत में पाकिस्तानी राजनयिक के कथित उत्पीड़न को लेकर दोनों देशों के बीच शुरु हुए वाकयुद्ध की पृष्ठभूमि में उन्होंने यह बात कही।
डॉन समाचारपत्र की खबर के मुताबिक सीमा पार से हुई गोलाबारी के चलते पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में दो लोगों के जख्मी हो जाने की घटना के एक दिन बाद आसिफ ने यह बयान दिया।
पाकिस्तान के सरकारी रेडियो चैनल ने आसिफ के हवाले से कहा, ‘‘भारत नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर संघर्षविराम समझौते का बार- बार उल्लंघन कर रहा है। ऐसी परिस्थितियों में हम दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की उम्मीद नहीं कर रहे।’’ पाकिस्तान ने भारतीय बलों पर संघर्षविराम उल्लंघन किए जाने का आरोप लगाते हुए इस साल भारतीय राजनयिकों को कई बार तलब किया है।
पिछले महीने, पाकिस्तान के विदेश ने दावा किया था कि वर्ष 2018 की शुरुआत से अबतक भारतीय बलों ने 190 से ज्यादा बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है जिनमें 13 नागरिक और 65 अन्य घायल हो गए।
लेकिन भारत की ओर से पाकिस्तान को स्पष्ट किया गया था कि दोनों देशों के बीच बातचीत का सकारात्मक माहौल बनाने का भार पाकिस्तान पर है।
गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने इस महीने की शुरुआत में संसद में कहा था,‘‘ कोई भी सार्थक संवाद केवल आतंक, हिंसा और शत्रुता मुक्त माहौल में ही संभव है। इस तरह का हितकर माहौल बनाने का भार पाकिस्तान पर है. भारत सीमा- पार होने वाले आतंकवाद का जवाब देने के लिए सख्त और निर्णायक कदम उठाना जारी रखेगा।’’ विदेश मंत्री आसिफ का बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ हफ़्तों में भारतीय एजेंसियों द्वारा उनके राजनयिकों व उनके परिवारों को‘‘ डराया- धमकाया व प्रताड़ति किया जा रहा है.’’