विशाखापत्तनम, 22 नवंबर (एजेंसी)
सूर्यकुमार यादव को विश्व कप फाइनल में मिली हार की निराशा को भुलाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय शृंखला में भारत के युवा खिलाड़ियों से सजी टीम का नेतृत्व करना होगा। विश्व कप की हार को भुलाना इतना आसान काम नहीं है और फिर सूर्यकुमार को केवल 96 घंटे के अंदर मजबूत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम की अगुवाई करनी है। उन्हें आत्ममंथन करने का मौका भी नहीं मिलेगा लेकिन टी20 उनका पसंदीदा प्रारूप है और वह इसमें खेलने के लिए तैयार होंगे।
टीम का कप्तान होने के नाते उनकी जिम्मेदारी केवल जीत दर्ज करना ही नहीं बल्कि उन खिलाड़ियों की पहचान करना भी होगा जो अगले साल वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए अपना दावा पेश कर सकते हैं। यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, जितेश शर्मा और मुकेश कुमार जैसे खिलाड़ियों ने हाल के महीनों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया है लेकिन उनकी पहली परीक्षा ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ होगी।
प्रमुख तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति के बावजूद मैथ्यू वेड की अगुवाई वाली टीम काफी मजबूत नजर आ रही है। रिंकू सिंह, यशस्वी, तिलक और मुकेश ने अभी तक वेस्टइंडीज, आयरलैंड और एशियाई खेलों में औसत दर्जे के आक्रमण का सामना किया है। दो महीने तक चलने वाले आईपीएल के बाद टी20 विश्व कप खेला जाएगा।