संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले पर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं को संभल जाने की अनुमति नहीं दी गई। जब कांग्रेसी सांसद गाजीपुर में रोके गए, तो उन्होंने लगभग डेढ़ घंटे तक प्रशासन के समक्ष आगे बढ़ने की मांग की, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। इसके बाद राहुल गांधी ने लौटने का निर्णय लिया। इस दौरान, उन्होंने अपनी गाड़ी के सनरूफ से बाहर निकलकर मीडिया से बातचीत की और कहा कि विपक्ष के नेता के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। संविधान की पुस्तक को हाथ में लेकर राहुल गांधी ने यह भी कहा कि सरकार संविधान के नियमों का पालन नहीं कर रही है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राहुल गांधी एक संवैधानिक पद पर हैं और उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले को रोक दिया गया। इसके पश्चात, राहुल गांधी ने पुलिस और प्रशासन के साथ संवाद स्थापित किया और स्थिति को सामान्य करने के लिए तीन प्रस्ताव प्रस्तुत किए। हालांकि, पुलिस ने उनकी सभी मांगों को अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष पहला प्रस्ताव रखा कि कांग्रेस नेताओं के काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए। जब पुलिस ने इस पर सहमति नहीं दी, तो कांग्रेस ने एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आगे बढ़ने की अनुमति देने का सुझाव दिया, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडेय और अजय राय शामिल थे।
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले को रोक दिया गया। इसके पश्चात, राहुल गांधी ने पुलिस और प्रशासन के साथ संवाद स्थापित किया और उन्हें संभल जाने के लिए तीन प्रस्ताव प्रस्तुत किए। हालांकि, पुलिस ने इन सभी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस की ओर से पहले प्रस्ताव में यह मांग की गई कि कांग्रेस नेताओं के काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए। जब पुलिस ने इस पर सहमति नहीं जताई, तो कांग्रेस ने एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आगे बढ़ने की अनुमति देने का दूसरा प्रस्ताव रखा, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडेय और अजय राय शामिल थे। पुलिस प्रशासन द्वारा दोनों प्रस्तावों को अस्वीकार किए जाने के बाद राहुल गांधी ने गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और तीसरा प्रस्ताव पेश किया, जिसमें उन्होंने अकेले संभल जाने की अनुमति मांगी।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल, जिसमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हैं, दिल्ली से संभल की ओर प्रस्थान किया। हालांकि, गाजीपुर बॉर्डर पर उनके काफिले को रोक दिया गया। राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के साथ अपने निवास से निकलकर पीड़ित परिवारों से मिलने का इरादा जताया था। जब उनका काफिला गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचा, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली, जिससे काफिले को आगे बढ़ने में कठिनाई हुई।
पुलिस के जवान बैरिकेडिंग के पीछे खड़े होकर काफिले को रोकने का प्रयास कर रहे थे। राहुल गांधी के समर्थन में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। इसके साथ ही, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय और सहारनपुर के सांसद इमरान भी वहां मौजूद थे।