लगातार तीसरे दिन पौंग और भाखड़ा बांध के गेट आंशिक रूप से खोले जाने के बाद पंजाब के और 89 गांवों में रहने वाले कम से कम 22,455 लोगों को उफनती नदियों के प्रकोप का सामना करना पड़ा। फिरोजपुर के फत्तेवाला में आज एक बच्चा बाढ़ के पानी में डूब गया। पानी की मार का यह असर कल के 130 गांवों के अतिरिक्त है। हालांकि पंजाब में पिछले तीन दिनों में नाममात्र बारिश हुई है, लेकिन दो बांधों (पौंग और भाखड़ा) के भर जाने से अधिकारियों को बांधों से पानी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। पौंग में जलस्तर कम होकर 1393.73 फीट पर आ गया है, हालांकि यह अभी भी अधिकतम स्तर 1390 फीट से 3 फीट ऊपर है। भाखड़ा में भी जलस्तर 1680 फीट के अधिकतम स्तर के मुकाबले घटकर 1674.94 फीट पर आ गया है। दोनों बांधों में पानी की इस कमी के कारण पिछले दो दिनों की तुलना में आज बांधों से कम पानी बह रहा है।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार पौंग बांध से 80,200 क्यूसेक और भाखड़ा बांध से 58,416 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। सतलुज और ब्यास दोनों नदियों का पानी आज नीचे की ओर बढ़ने के कारण, बाढ़ का सबसे अधिक प्रभाव तरनतारन, फाजिल्का और फिरोजपुर में देखा गया। उधर गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला और संगरूर में पानी का प्रकोप जारी है। बांधों से छोड़े गए पानी के कारण अनेक इलाके जलमग्न हो गए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों से आ रही रिपोर्टों से पता चलता है कि कई गांव पानी में डूबे हैं। तरनतारन और सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला) में हालात ज्यादा खराब बताए जा रहे हैं। फिरोजपुर में, जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ने के कारण सतलुज के किनारे के 49 गांव संकट में हैं। यहां बचाव और राहत कार्य में कई टीमें जुटी हैं।
शुक्रवार को हरिके हेडवर्क्स पर सतलुज में जल स्तर 2,84,987 क्यूसेक रहा, यहां से यह पानी पाकिस्तान की ओर बह रहा है। हालांकि, जैसे ही नदी भारत में फिर से प्रवेश करती है, हुसैनीवाला में जल स्तर 2,58,910 क्यूसेक पहुंच गया। होशियारपुर के पासी में ब्यास के पानी का बहाव 2,07,500 क्यूसेक और कपूरथला के ढिलवां में 2,20,000 क्यूसेक दर्ज किया गया।
15 पैसेंजर ट्रेनें रद्द, कुछ के रूट बदले
संगरूर (निस) : सतलुज में बढ़ रहे जलस्तर ने ट्रेनों की रफ्तार रोकनी शुरू कर दी है। गिद्दड़पिंडी पुल पर पानी खतरे के निशान तक पहुंचने के बाद रेलवे विभाग ने इस रूट पर रेल यातायात तुरंत बंद कर दिया है। डीआरएम फिरोजपुर संजय साहू ने बताया कि 18 अगस्त को फिरोजपुर से जालंधर, पठानकोट ,होशियारपुर के बीच चलने वाली 15 पैसेंजर ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा इस ट्रैक पर चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों, जम्मू तवी-भगत दी कोठी, जम्मू तवी-अहमदाबाद, फिरोजपुर कैंट-धनबाद और जोधपुर-जम्मू तवी को लोहियां खास रूट के रास्ते भेजने के बजाय लुधियाना से फिरोजपुर कैंट भेजा जाएगा।
सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान सुचारू रूप से चल रहा है। कई गैर सरकारी संगठनों ने भी नागरिक और पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ टीमों की मदद के लिए कदम बढ़ाया है। हमारी पहली प्राथमिकता बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को बचाना और फिर उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराना है।