देहरादून: उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में बुधवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये जिससे घबराकर लोग घरों से बाहर खुले स्थानों की ओर दौड़ पड़े। मौसम केंद्र के अनुसार, रात आठ बजकर 50 मिनट पर आये रिक्टर पैमाने पर 5.5 तीव्रता के मापे गए इस भूकंप का केंद्र प्रदेश के रूद्रप्रयाग जिले में धरती से 30 किलोमीटर नीचे आंका गया है। हालांकि, प्रदेश में कहीं से किसी नुकसान की फिलहाल खबर नहीं है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी ने बताया कि अभी तक कहीं से जान-माल के किसी नुकसान की खबर नहीं मिली है। वर्ष 1991 में उत्तरकाशी और वर्ष 1999 में चमोली में आए विनाशकारी भूकंप की तबाही झेल चुके लोग इन तेज झटकों से एक बार फिर दहशतजदा हो गये और बाहर की ओर दौड़ पड़े।राजधानी देहरादून में भी भूकंप से दहशत में आये लोग घरों से बाहर निकल आए। रूद्रप्रयाग से सटे पर्वतीय चमोली जिले के गैरसैंण में कल से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के लिए वहां मौजूद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी भूकंप के झटके महसूस हुए। उन्होंने बताया कि उनके मेज पर पडा पानी का गिलास तेजी से हिलने लगा। गैरसैंण के निकट गौचर में रात्रि विश्राम के लिये रूके पुलिस महानिदेशक रतूडी ने बताया कि भूकंप के झटके इतने तीव्र थे कि वह खुद कमरे से बाहर निकल कर सुरक्षित स्थान पर आ गए।