चंडीगढ़, 31 मार्च (शिव नारायण जांगड़ा)- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंजाब, रौशे प्रोडक्ट्स इंडिया और निरमयी हैल्थ ऐनालिटिक्स ने पंजाब राज्य में छाती के कैंसर की स्क्रीनिंग और इलाज में तेज़ी लाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। ‘‘पंजाब ब्रैस्ट कैंसर एआई-डिजिटल प्रोजैक्ट नाम की इस हिस्सेदारी, जिसको ‘पिंक प्रोजैक्ट’ भी कहा जाता है, प्रौद्यौगिकी समर्थित डिजिटल लाइव मरीज़ ट्रेकिंग सहायता द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में समय पर पहचान, इलाज की शुरूआत, और मज़बूत रैफरल मार्ग को सुनिश्चित बनाने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
विभाग की इस नई पहल के बारे में जानकारी देते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. विजय सिंगला ने बताया कि यह नई सार्वजनिक-निजी हिस्सेदारी कैंसर के विरुद्ध लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है और बीमारियों के बोझ को घटाने की संभावना को असल में बढ़ावा देती है।
उन्होंने आगे बताया कि एक साल के अरसे में कुल 15,000 संदिग्ध महिलाओं की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य है और पंजाब स्वास्थ्य विभाग स्क्रीनिंग के लिए लोगों की लामबंदी को सुनिश्चित बनाएगा।
उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट की मदद से प्राप्त किया गया वैज्ञानिक डेटा छाती के कैंसर के मामलों के फैलने की नीति सम्बन्धी योजना और मैपिंग में और सहायता करेगा। इस प्रोजैक्ट के द्वारा बीमारी पर आने वाले खर्च को घटाया जा सकेगा, क्योंकि कैंसर के जल्द पता लगने से बाद के पड़ावों में निदान किए गए मरीज़ों के मुकाबले इलाज की लागत कम होगी।
इस नए डिटैकशन टैस्ट के मुख्य लाभों की रूपरेखा बताते हुए डॉ. विजय सिंगला ने बताया कि यह छाती के कैंसर का पता लगाने के लिए एक नई तकनीक है, जिसको थर्मलाईटिक्स कहा जाता है, जिसमें भरोसेयोग, जल्दी और सही छाती के कैंसर की जांच के लिए ए.आई.-अधारित विश्लेषण समाधान के साथ एक थर्मल सेंसिंग यंत्र है। निरमयी द्वारा विकसित की गई इस नवीन विधि को 10 यू.एस. के पेटैंट दिए हैं और यह टैस्ट मरीज़ के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
मिशन डायरैक्टर एन.एच.एम. पंजाब-कम-सचिव स्वास्थ्य श्री कुमार राहुल ने कहा कि ‘‘मैं इस साझेदारी के लिए बहुत उत्साहित हूँ, जो हृक्कष्टष्ठष्टस् (कैंसर, डायबिटीज़, कारडियोवैस्क्युलर बीमारियाँ और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय प्रोग्राम) प्रोग्राम के अधीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में पहले ही चल रहे प्रयासों को मज़बूत करेगी।
मैनेजिंग डायरैक्टर और सीईओ वी. सिम्पसन इमैनुअल, रौशे इंडिया ने कहा कि रोशे में, हम बेहतर, मरीज़ों के तेज़ परिणाम प्रदान करने के अपने मिशन के साथ मज़बूत खड़े हैं और स्वास्थ्य देखभाल को उनकी पहुंच में लाने के लिए लगातार कोशिश करते हैं जिनको इसकी ज़रूरत है। छाती के कैंसर की शुरूआती जांच मृत्यु दर को घटाने और इलाज के उचित मार्ग प्रदान करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पंजाब के स्वास्थ्य विभाग और निरमयी के साथ हिस्सेदारी कैंसर के क्षेत्र के अंदर एक बहु-विषयक दूष्टिकोण को अपनाएगी, जिससे ना केवल छाती के कैंसर के इलाज को बहुत प्रभावशाली बनाया जा सकेगा, बल्कि कैंसर के इलाज के लिए ठोस चिकित्सीय समाधान भी मिल सकेंगे।
रोशे इंडिया लिमटिड, राज्य-व्यापक छाती के कैंसर प्रोजैक्ट योजना की योजनाबंदी, लागूकरण और निगरानी के लिए एक तकनीकी हिस्सेदार के तौर पर काम करेगी, जिससे डिजीटाईज़ेशन के द्वारा रैफरल मार्ग को मज़बूत किया जाएगा। डिजिटल प्रणाली के द्वारा आंकड़ों को हासिल करने और सरकारी अधिकारियों के लिए एम.आई.एस. रिपोर्टें तैयार करने के लिए और स्क्रीन किए गए मरीज़ों की जी.आई.एस मैपिंग प्रदान करने में मदद करेगी।
निरमयी के संस्थापक और सीईओ डॉ. गीता मंजूनाथ ने एम.ओ.यू. हस्ताक्षर समारोह में बोलते हुए कहा, ‘छाती का कैंसर सबसे गंभीर कैंसर है, जिसके परिणाम के तौर पर हर साल 90,000 से अधिक भारतीय महिलाओं की मौत हो जाती है। निरमयी थर्मलटिक्स एक पोर्टेबल, सही और स्वचालित टैस्ट है जोकि एक गाँव के स्वास्थ्य कर्मचारी द्वारा छाती के कैंसर की संदिग्ध महिलाओं की पहचान करने के लिए किया जा सकता है। हम इसको पंजाब के हर जिले तक पहुँचाने के लिए पंजाब सरकार और रोशे इंडिया के साथ साझेदारी करके बहुत खुश हैं। हम हज़ारों जानें बचाने के लिए सभी राज्यों में इसको उतारने की उम्मीद करते हैं।’ उन्होंने आगे बताया कि निरमयी सॉफ्टवेयर की कोर तकनीक को छाती के कैंसर की भरोसेमंद और सही जांच के लिए पेटैंट मशीन लर्निंग ऐल्गोरिदम का प्रयोग करके विकसित किया गया है, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं और मरीज़ की गोपनीयता का सम्मान करते हैं।
यह हिस्सेदारी राज्य को कैंसर की बीमारी के बारे में अनुसंधान, इसके लक्षणों, क्लिीनिकल विशेषताएं, निदान और इलाज के मार्ग पर डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञों के लिए सामथ्र्य निर्माण सत्र भी प्रदान करेगी। इसके अलावा, पंजाब सरकार स्क्रीनिंग के लिए आबादी की लामबंदी को सुनिश्चित बनाएगी, जिसको निरमयी हैल्थ ऐनालिटिक्स और रोशे फार्मा इंडिया द्वारा सहयोग दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन: एम.डी.एन.एच.एम. कुमार राहुल, डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉक्टर जी.बी. सिंह, डॉक्टर सन्दीप सिंह प्रोग्राम अफ़सर निरमयी और रोशे के अधिकारी एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर करने के उपरांत।
विभाग की इस नई पहल के बारे में जानकारी देते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. विजय सिंगला ने बताया कि यह नई सार्वजनिक-निजी हिस्सेदारी कैंसर के विरुद्ध लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है और बीमारियों के बोझ को घटाने की संभावना को असल में बढ़ावा देती है।
उन्होंने आगे बताया कि एक साल के अरसे में कुल 15,000 संदिग्ध महिलाओं की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य है और पंजाब स्वास्थ्य विभाग स्क्रीनिंग के लिए लोगों की लामबंदी को सुनिश्चित बनाएगा।
उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट की मदद से प्राप्त किया गया वैज्ञानिक डेटा छाती के कैंसर के मामलों के फैलने की नीति सम्बन्धी योजना और मैपिंग में और सहायता करेगा। इस प्रोजैक्ट के द्वारा बीमारी पर आने वाले खर्च को घटाया जा सकेगा, क्योंकि कैंसर के जल्द पता लगने से बाद के पड़ावों में निदान किए गए मरीज़ों के मुकाबले इलाज की लागत कम होगी।
इस नए डिटैकशन टैस्ट के मुख्य लाभों की रूपरेखा बताते हुए डॉ. विजय सिंगला ने बताया कि यह छाती के कैंसर का पता लगाने के लिए एक नई तकनीक है, जिसको थर्मलाईटिक्स कहा जाता है, जिसमें भरोसेयोग, जल्दी और सही छाती के कैंसर की जांच के लिए ए.आई.-अधारित विश्लेषण समाधान के साथ एक थर्मल सेंसिंग यंत्र है। निरमयी द्वारा विकसित की गई इस नवीन विधि को 10 यू.एस. के पेटैंट दिए हैं और यह टैस्ट मरीज़ के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
मिशन डायरैक्टर एन.एच.एम. पंजाब-कम-सचिव स्वास्थ्य श्री कुमार राहुल ने कहा कि ‘‘मैं इस साझेदारी के लिए बहुत उत्साहित हूँ, जो हृक्कष्टष्ठष्टस् (कैंसर, डायबिटीज़, कारडियोवैस्क्युलर बीमारियाँ और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय प्रोग्राम) प्रोग्राम के अधीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में पहले ही चल रहे प्रयासों को मज़बूत करेगी।
मैनेजिंग डायरैक्टर और सीईओ वी. सिम्पसन इमैनुअल, रौशे इंडिया ने कहा कि रोशे में, हम बेहतर, मरीज़ों के तेज़ परिणाम प्रदान करने के अपने मिशन के साथ मज़बूत खड़े हैं और स्वास्थ्य देखभाल को उनकी पहुंच में लाने के लिए लगातार कोशिश करते हैं जिनको इसकी ज़रूरत है। छाती के कैंसर की शुरूआती जांच मृत्यु दर को घटाने और इलाज के उचित मार्ग प्रदान करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पंजाब के स्वास्थ्य विभाग और निरमयी के साथ हिस्सेदारी कैंसर के क्षेत्र के अंदर एक बहु-विषयक दूष्टिकोण को अपनाएगी, जिससे ना केवल छाती के कैंसर के इलाज को बहुत प्रभावशाली बनाया जा सकेगा, बल्कि कैंसर के इलाज के लिए ठोस चिकित्सीय समाधान भी मिल सकेंगे।
रोशे इंडिया लिमटिड, राज्य-व्यापक छाती के कैंसर प्रोजैक्ट योजना की योजनाबंदी, लागूकरण और निगरानी के लिए एक तकनीकी हिस्सेदार के तौर पर काम करेगी, जिससे डिजीटाईज़ेशन के द्वारा रैफरल मार्ग को मज़बूत किया जाएगा। डिजिटल प्रणाली के द्वारा आंकड़ों को हासिल करने और सरकारी अधिकारियों के लिए एम.आई.एस. रिपोर्टें तैयार करने के लिए और स्क्रीन किए गए मरीज़ों की जी.आई.एस मैपिंग प्रदान करने में मदद करेगी।
निरमयी के संस्थापक और सीईओ डॉ. गीता मंजूनाथ ने एम.ओ.यू. हस्ताक्षर समारोह में बोलते हुए कहा, ‘छाती का कैंसर सबसे गंभीर कैंसर है, जिसके परिणाम के तौर पर हर साल 90,000 से अधिक भारतीय महिलाओं की मौत हो जाती है। निरमयी थर्मलटिक्स एक पोर्टेबल, सही और स्वचालित टैस्ट है जोकि एक गाँव के स्वास्थ्य कर्मचारी द्वारा छाती के कैंसर की संदिग्ध महिलाओं की पहचान करने के लिए किया जा सकता है। हम इसको पंजाब के हर जिले तक पहुँचाने के लिए पंजाब सरकार और रोशे इंडिया के साथ साझेदारी करके बहुत खुश हैं। हम हज़ारों जानें बचाने के लिए सभी राज्यों में इसको उतारने की उम्मीद करते हैं।’ उन्होंने आगे बताया कि निरमयी सॉफ्टवेयर की कोर तकनीक को छाती के कैंसर की भरोसेमंद और सही जांच के लिए पेटैंट मशीन लर्निंग ऐल्गोरिदम का प्रयोग करके विकसित किया गया है, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं और मरीज़ की गोपनीयता का सम्मान करते हैं।
यह हिस्सेदारी राज्य को कैंसर की बीमारी के बारे में अनुसंधान, इसके लक्षणों, क्लिीनिकल विशेषताएं, निदान और इलाज के मार्ग पर डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञों के लिए सामथ्र्य निर्माण सत्र भी प्रदान करेगी। इसके अलावा, पंजाब सरकार स्क्रीनिंग के लिए आबादी की लामबंदी को सुनिश्चित बनाएगी, जिसको निरमयी हैल्थ ऐनालिटिक्स और रोशे फार्मा इंडिया द्वारा सहयोग दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन: एम.डी.एन.एच.एम. कुमार राहुल, डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉक्टर जी.बी. सिंह, डॉक्टर सन्दीप सिंह प्रोग्राम अफ़सर निरमयी और रोशे के अधिकारी एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर करने के उपरांत।
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