चंडीगढ़, 16 नवंबर
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि पंजाब अपने हर गांव में नौजवानों को सरकारी नौकरी देकर देश के लिए आदर्श राज्य बनकर उभरा है।पंजाब पुलिस में 1205 कांस्टेबलों को नियुक्ति पत्र सौंपने के अवसर पर आयोजित समारोह में संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मार्च 2022 से अब तक नौजवानों को बिना किसी सिफारिश और रिश्वत के निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत 48,000 से अधिक नौकरियां प्रदान की हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियां देने के इस व्यापक अभियान की बदौलत पंजाब के हर गांव में अब कम से कम एक सरकारी कर्मचारी नियुक्त हुआ है, जो हम सभी के लिए गर्व और संतोष की बात है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नौजवानों को सरकारी नौकरियां देने के इस अभियान को आगे भी जारी रखा जाएगा ताकि वे राज्य की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सरगर्मी से हिस्सा लें सकें।
नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी ईमानदारी और समर्पण भावना से निभाने का आह्वान करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हम सभी गर्व के लिए गर्व की बात है कि आप देश के सबसे अनुशासित और शानदार पुलिस बल का हिस्सा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सत्ता संभाली है, सरकार का उद्देश्य स्थिरता लाना, युवाओं को नशे से दूर रखना और रोजगार के बेहतर अवसर पैदा हुए हैं और हम इन लक्ष्यों को हासिल करने के प्रति पूरी तरह वचनबद्ध है।
अरविंद केजरीवाल ने पंजाब पुलिस में भर्ती हुए 1,746 नए कांस्टेबलों में से आज नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले 1,205 उम्मीदवारों को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ जिलों में चुनाव आचार संहिता और अन्य कारणों से बाकी नियुक्ति पत्र अभी जारी नहीं किए जा सके हैं, लेकिन इन्हें जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के सार्थक अवसर पैदा करना उनकी प्राथमिकता है और पंजाब सरकार प्रतिभाशाली युवाओं को विभिन्न पदों पर नियुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। अरविंद केजरीवाल कहा कि यह बहुत ही गर्व व संतुष्टि की बात है कि सभी नौकरियां निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से, बिना किसी सिफारिश के दी गई हैं।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनकी पार्टी ने पंजाब में सत्ता संभाली थी, तब यहां की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी थी क्योंकि यहां गैंगस्टर और समाज विरोधी तत्वों का दबदबा था। उन्होंने बताया कि आप सरकार के सख्त प्रयासों के कारण अब पंजाब में देशभर में सबसे बेहतर कानून-व्यवस्था है। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “पहले हालात बिगड़े हुए थे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। पंजाब का मौहाल सकारात्मक दिशा में बढ़ रहा है, जिससे राज्य तेजी से प्रगति कर रहा है।”
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की बेहतर व्यवस्था प्रदान करने में पंजाब रोल मॉडल के तौर पर उभरेगा, जिसके लिए जल्द ही योजनाबद्ध मॉडल पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपने नागरिकों की सुरक्षा किसी भी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है, और हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब पुलिस को जनता के हितों की रक्षा के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और तकनीक से सुसज्जित किया गया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए सबसे अच्छा उदाहरण यह है कि राज्य सरकार ने 60,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश लाया गया है। उन्होंने कहा कि इस निवेश से तीन लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य की प्रगति और लोगों की समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दूसरी राजनीतिक पार्टियों ने राज्य को बर्बाद करने में 75 साल लगा दिए, लेकिन ‘आप’ सरकार ने इसे दोबारा तरक्की की राह पर लाने के लिए पिछले ढाई सालों में क्रांतिकारी कदम उठाए हैं, और ये प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।”
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने युवाओं से देश के शहीदों के सपने साकार करने के लिए पूरी निष्ठा से काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज महान शहीद करतार सिंह सराभा का शहादत दिवस है, जिन्होंने देश के लिए छोटी उम्र में अपनी जान कुर्बान कर दी थी। इसलिए हम सभी को उनके सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह उस महान देशभक्त को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिसने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बिंदु बनाने का श्रेय अरविंद केजरीवाल को जाता है। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र उनकी सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं हैं, और इसमें कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहां बाकी राजनीतिक पार्टियों ने हमेशा नफरत और विभाजन के एजेंडे को बढ़ावा दिया है, वहीं श्री केजरीवाल ने अपनी दूरदृष्टि से राजनीति को नई दिशा दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री केजरीवाल की दूरदर्शी सोच को राज्य सरकार ने आम आदमी के कल्याण और राज्य की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए लागू किया है। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की जनता को दी गई गारंटियों के अलावा राज्य सरकार ने कई और लोकहितकारी पहल भी की हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य ने युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती करने के लिए ऐसे कई नियुक्ति पत्र वितरण समारोह देखे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह युवाओं के कल्याण को सुनिश्चित करने और उनके लिए रोजगार के नए अवसर खोलने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भगवंत मान ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और संतोष की बात है कि अब तक 48,000 से अधिक युवाओं को केवल योग्यता के आधार पर इन पदों के लिए चुना गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये युवा सरकार का अभिन्न अंग बन चुके हैं और अब उन्हें मिशनरी भावना के साथ लोगों की सेवा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि नए नियुक्त किए गए युवा अपने पद का उपयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद और सेवा के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि नए नियुक्त युवाओं को अधिकतम लोगों की भलाई सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब पुलिस की दक्षता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने बल में 10,000 नए पद सृजित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय एक तरफ अपराध को रोकने में मदद करेगा और दूसरी तरफ युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्नत तकनीक से लैस है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स सफलतापूर्वक चल रही है और यह फोर्स अपनी शुरुआत से अब तक राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की दर को लगभग 45 प्रतिशत तक कम करने में सफल रही है।
इससे पहले, पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का स्वागत किया, जबकि गृह मामलों के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह ने सभी का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, मुख्यमंत्री के विशेष मुख्य सचिव वी.के. सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव रवि भगत और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।