पंजाब इतिहास सम्मेलन का 55वां सत्र आज पंजाबी विश्वविद्यालय में आधिकारिक रूप से शुरू हुआ, जिसका विषय था “पंजाब में धर्म: प्रसार और प्रभाव।” यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा पंजाब ऐतिहासिक अध्ययन विभाग के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र में कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। अपने मुख्य भाषण में डॉ. कौर ने लोगों के दैनिक जीवन पर धर्म के गहन प्रभाव पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से सिख धर्म के योगदान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव ने अंधविश्वास और अज्ञानता की छाया को दूर करके समाज को रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, साथ ही बाबर जैसे अत्याचारी लोगों का साहसपूर्वक सामना किया, जिससे आम लोगों के साथ एकजुटता बनी।