छिंदवाड़ा(सुशील सिंह परिहार)- मेरा भारत, मेरी संस्कृति 2023 -24 संत श्री आशारामजी गुरुकुल, गोंदिया में वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गोंदिया विधायक श्री विनोद जी अग्रवाल एवं तुमखेड़ा के शहीद स्वर्गीय श्री सुरेश हुकलाल नागपूरे की धर्मपत्नी श्रीमती अभिलाषा सुरेश नागपूरे उपस्थित रहे।परम पूज्य गुरुदेव के व्यासपीठ पूजन के साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।गुरुकुल के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी दर्शकों का मन मोह लिया । गुरुकुल संचालिका नीता बहन के द्वारा गुरुकुल की प्रस्तावना प्रस्तुत की गई।शहीद श्री सुरेश हुकलाल नागपूरे जी को श्रद्धांजलि स्वरुप विशेष नृत्य – नाटिका का आयोजन किया गया, जिसे देखकर कार्यक्रम में उपस्थित सभी दर्शक देशभक्ति से ओतप्रोत हो गए। इस कार्यक्रम के पश्चात श्रीमती अभिलाषा सुरेश नागपूरे जी का विशेष स्वागत और अभिनंदन गोंदिया विधायक श्री विनोद जी अग्रवाल एवं गुरुकुल समिति के सभी सदस्यों द्वारा शॉल तथा श्रीफल देकर किया गया ।माननीय विधायक विनोद जी अग्रवाल ने गुरुकुल के संस्कार शिक्षा के साथ संस्कार पूर्ण विद्यार्थियों की प्रस्तुति देखकर अत्यंत प्रभावित हुए एवं सभी अभिभावकों को ऐसे ही गुरुकुल से जुड़े रहने की अपील की।कार्यक्रम में बाल संस्कार तथा महिला मंडल प्रभारी कुमारी एकता अनवानी बहन ने तुलसी पूजन के महत्व एवं औषधीय गुर्णो की जानकारी सभी के समक्ष रखी तथा साथ ही अबेकस की शिक्षिका श्रीमती पूजा बैस के द्वारा अबेकस का परिचय सभी के समक्ष रखा गया। साथ ही गुरुकुल के मैथ्स ओलिंपियाड के सभी विद्यार्थियों को मेडल तथा सर्टिफिकेट देकर सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम में श्री हेमंत रुद्राकर जी एवं श्रीमती मीनेश्वरी माहुले ने गुरुकुल में प्रवेश दिलाने के पश्चात उनके बालक – बालिकाओं में हुए परिवर्तन से सभी को अवगत कराया एवं गुरुकुल की प्रभावी प्रस्तुति का वर्णन भी किया।कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में गुरुकुल समिति अध्यक्ष श्री शंकर लाल जी अग्रवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की गई।समिति के अन्य सदस्य कोषाध्यक्ष श्री चोइथराम गोपलानी जी, सचिव श्री विनोद (गुड्डू) चंदवानी जी, सहसचिव श्री प्रदीप चामट, सदस्य श्री भगत ठकरानी जी, श्रीमती कशिश संजय गोपलानी जी, आश्रम संचालक श्री पंकज भाई, श्रीमती किरण शंकर लाल अग्रवाल जी, श्रीमती आशा भगत ठकरानी जी, श्री आत्माराम गोपलानी जी, श्री बंजारे जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।