जालंधर, 20 अगस्त (प्रेस की ताकत ब्यूरो)- त्योहारी सीजन के दौरान आतंकवादी पंजाब के अमृतसर, जालंधर और लुधियाना जिले के धार्मिक स्थलों पर कहीं भी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। आईबी की सूचना के बाद गुरुवार को ही पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था और पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी थी। दूसरी तरफ पिछले दिनों सीमा पर हैंड ग्रेनेड और हथियार मिलने के मामले में जांच के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम ने अमृतसर में डेरा जमा लिया था।
पिछले दिनों गिरफ्तार अमृतपाल सिंह और सैमी से पिस्तौल और हैंड ग्रेनेड पकड़े जाने के बाद इनका संपर्क इंगलैंड में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी गुरप्रीत सिंह खालसा के साथ सामने आया है। आईबी के इनपुट के मुताबिक हथियारों की सप्लाई करने में भी बीकेआई के आतंकियों का हाथ शामिल होने की बात की पुष्टि हुई है। सूत्रों के मुताबिक आतंकी अमृतपाल सिंह और सैमी को पुलिस रिमांड के दौरान अलग-अलग जगहों पर ले जाया गया, ताकि और हथियार बरामद किए जा सकें।
यह भी सूचना है कि आतंकवादी हथियारों और विस्फोटकों के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में घूम रहे हैं। उनका मकसद राखी और उसके बाद आने वाले त्योहारों के दौरान अमृतसर, जालंधर और लुधियाना जिलों के धार्मिक स्थलों पर आतंकी वारदात को अंजाम देना है।
एनआईए की टीम और पुलिस यूके में बैठे आतंकी गुरप्रीत सिंह के संपर्कों की तलाश कर रही है लेकिन अभी तक कुछ ठोस जानकारियां सामने नहीं आई। एसएसपी मजीठा (देहात) गुलनीत सिंह खुराना ने बताया कि सुरक्षा बल पूरी तरह से अलर्ट हैं और हथियार मिलने के मामले में लगातार पूछताछ की जा रही है।
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार सुबह श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे के आवास पर छापामारी करके संदिग्ध बैग बरामद किए हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का परिवार कई वर्षों से कट्टरपंथियों के निशाने पर है। खुफिया एजेंसियों की मानें तो बादल का परिवार काफी समय से लखवीर सिंह रोडे की हिट लिस्ट पर है। लखवीर सिंह रोडे कोई और नहीं बल्कि पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे का भाई है। जो लंबे समय से पाकिस्तान में रहते हुए इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) की कमान संभाल रहा है।
मोगा जिले के गांव रोडे निवासी लखवीर सिंह रोडे इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) की कमांड संभाले पाकिस्तान में रहता है। गांव रोडे में एनआइए की गई छापामारी के बाद खुफिया एजेंसियां यहां पूरी तरह से सतर्क हो गई थीं।
यह बात भी सामने आई है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का परिवार लंबे समय से कट्टरपंथियों के निशाने पर है। अकाली-भाजपा गठजोड़ की पूर्व सरकार के दौरान बेअदबी मामले का बदला लेने लिए पाक बैठे लखबीर सिंह रोडे ने 2016 में तत्कालीन उपमुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल को मारने की योजना बनाई थी। इसका खुलासा 4 सितंबर, 2019 में गांव पंडोरी गोला में बम ब्लास्ट के दौरान हुआ था। इसकी जांच एनआइए को सौंपी गई थी। उस जांच में सामने आया था कि पंडोरी गोला ब्लास्ट मामले से जुड़े गांव पंजवड़ निवासी बिक्रम सिंह उर्फ बिक्कर व मलकीत सिंह उर्फ शेरा ने मिलकर श्री हरिमंदिर साहिब, अमृतसर की फेरी के मौके पर सुखबीर सिंह बादल को उस समय निशाना बनाना था, जब वह श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व मौके (2016) में अमृतसर आए थे। हालांकि कड़ी सुरक्षा के चलते ऐसा नहीं हो पाया था।
पंजाब के अमृतसर के रुरल एरिया में ड्रोन के माध्यम से गिराए गए आरडीएक्स से भरा टिफिन बम, हैंड ग्रेनेड और कारतूस के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जांच शुरू कर दी। पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी आतंकियों ने 9 अगस्त को इस घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद राज्य को अलर्ट पर रखा गया था।
इस मामले को लेकर जालंधर में इंटेलिजेंस तथा पंजाब पुलिस ने मिलकर एक बड़ी रेड की। जिसमें जालंधर में एन. आई. ए. की टीम ने श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई जसबीर सिंह रोडे के घर रेड की और उनके बेटे गुरमुख सिंह को हिरासत में लिया गया है। भाई रोडे जालंधर के अर्बन एस्टेट के नजदीक हरदयाल नगर में रहते हैं। ये पूरी कार्रवाई अमृतसर में बरामद हुए टिफिन बम से जोड़कर देखी जा रही है। जसबीर सिंह रोडे ने रेड की पुष्टि की है।
सूत्रों के मुताबिक एन. आई. ए. ने अमृतसर देहात पुलिस की टीम साथ लेकर बीती रात यह रेड की। करीब 30 लोगों की टीम आधी रात को भाई जसबीर रोडे के घर पहुंची। वहां से कुछ विस्फोटक भी बरामद होने की बात कही जा रही है, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। जिस वक्त रेड हुई, भाई रोडे भी घर पर ही मौजूद थे। अमृतसर में ड्रोन के जरिए गिराए टिफिन बम और हथियारों के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एन. आई. ए. ने जांच शुरू की है।
यह भी कहा जा रहा है कि जसबीर सिंह रोडे के पाकिस्तान में रहते भाई लखबीर सिंह रोडे की भी इस मामले में भूमिका है। लखबीर रोडे इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख है और पाकिस्तान में रह रहा है। लखबीर सिंह रोडे ने ही पाकिस्तान से विस्फोटक सप्लाई किए थे, जिसे यहां गुरमुख हैंडल कर रहा था।
भाई जसबीर सिंह रोडे ने बताया कि टीम रात 12 बजे दीवार फांदकर घर में घुसी और कुंडी खटखटाई तो मैंने दरवाजा खोला। उन्होंने कहा, आपत्तिजनक सामग्री मिली है, इसलिए गुरमुख सिंह को लेने आए हैं। तलाशी में उन्हें कुछ नहीं इसके बाद कुछ देर बैठकर वो चले गए। फिर सुबह 4 बजे फिर उनकी टीम आई और कहा कि हमें तलाशी लेनी है। मैंने कहा कि मेरी सेहत ठीक नहीं है। उन्होंने अकेले तलाशी ली और 2-3 बैग भरकर लाए। मुझे नहीं पता कि बैग यहां से मिले या वो साथ लेकर आए थे। रोडे ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते भी एन. आई. ए. ने मुझसे पूछताछ की थी।
सुत्रों के अनुसार पुलिस ने अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे के बेटे गुरमुख सिंह को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। बरामद किया गया गोला बारूद पाकिस्तान से आया है। जसबीर सिंह रोडे जरनैल सिंह भिंडरावाला का भतीजा है।