चंडीगढ़, 28 जुलाई (प्रेस की ताकत ब्यूरो): भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) गुट का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ नेताओं ने एक बार फिर 2016 के जाट कोटा आंदोलन और कांग्रेस पार्टी की कथित भागीदारी का मुद्दा उठाया है। इस घटनाक्रम को भगवा पार्टी द्वारा अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले जाटों और गैर-जाटों के बीच विभाजन को उजागर करने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
राज्यसभा सदस्य राम चंदर जांगड़ा, हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष रणबीर सिंह गंगवा, हरियाणा ओबीसी सेल के प्रमुख करण देव कंबोज और यमुनानगर नगर निगम के महापौर मदन चौहान सहित ओबीसी नेताओं ने जाट कोटा दंगों को भड़काने में कांग्रेस की कथित भूमिका की आलोचना की है, जिसके परिणामस्वरूप जीवन और संपत्ति का व्यापक नुकसान हुआ है। जिसमें रोहतक में पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के आवास में तोड़फोड़ भी शामिल है।