हिंदू धर्म में नवरात्रि का उत्सव मां दुर्गा को समर्पित है। इस पर्व के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है. इस वर्ष एक तिथि के क्षय के कारण नवरात्रि 9 दिनों के बजाय 8 दिनों तक मनाई जाएगी. चैत्र नवरात्रि का आरंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है. चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 30 मार्च से होगा और इसी दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ भी माना जाता है। नवरात्रि के 9 दिन की पूजा में रोजाना अलग-अलग रंग के वस्त्र पहने जाते हैं। मान्यता है कि नवदुर्गा की पूजा में यदि आप दिन के हिसाब से वस्त्र पहनते हैं तो आपको मां भगवती का आशीर्वाद प्राप्त होता है और आपकी पूजा भी संपूर्ण मानी जाती है। तो आइए हम आपको बता रहे हैं नवरात्रि के 9 दिन की पूजा के लिए 9 लकी रंग। इन लकी रंगों के कपड़े पहनकर पूजापाठ में शामिल होंगे तो मां भगवती आपकी हर इच्छा पूरी करेंगी।
नवरात्रि का पहला दिन बहुत खास होता है। यह देवी शैलपुत्री की पूजा का दिन है। इसका मतलब है कि यह दिन देवी शैलपुत्री के लिए है और इस दिन नारंगी रंग पहनना शुभ माना जाता है। यह रंग मंगल का प्रतीक है और नारंगी रंग नई उम्मीदों और अच्छी ऊर्जा का रंग है।
दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है और इस दिन सफेद रंग पहनना शुभ माना जाता है। सफेद रंग शांति का प्रतीक है और यह पवित्रता के साथ आध्यात्मिकता को भी दर्शाता है। सफेद रंग चंद्रमा से जुड़ा है और चंद्रमा शांति और शीतलता देता है। इसलिए, सफेद रंग के कपड़े नवरात्रि के दूसरे दिन पहनने से आपके मन को शांति मिलती है।
नवरात्रि के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा होती है। इस दिन लाल रंग का महत्व है। यह रंग शक्ति और साहस दिखाता है। साथ ही, यह शनि ग्रह से जुड़ा है। इसलिए यह स्थिरता और विश्वास बढ़ाता है। देवी चंद्रघंटा की पूजा तीसरे दिन होती है। लाल रंग भक्ति, शक्ति और साहस का प्रतीक है। इसका मतलब है, लाल रंग से श्रद्धा, ताकत और हिम्मत दिखती है, इसलिए नवरात्रि के तीसरे दिन लाल रंग के कपड़े पहनकर पूजा करें।