अमृतसर, 15 सितम्बर: (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरूवार को ऐलान किया कि राज्य के सरहदी जिलों में औद्योगिकीकरण को तेज़ किया जायेगा।
यहाँ पहली सरकार-उद्योगपति मिलनी के दौरान उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सरहदी क्षेत्र में उद्योगों का समूचा विकास सुनिश्चित बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरहदी क्षेत्र में बॉर्डर आईडैंटीफिकेशन प्रक्रिया को सुचारू बनाया जायेगा और इस सम्बन्धी प्रक्रिया में ज़रूरी बदलाव किए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे राज्य के ख़ास तौर पर सरहदी क्षेत्र में राज्य के विकास को बहुत अधिक बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व अधीन हुई इस मिलनी की शुरुआत के अवसर पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में पंजाब के कर्नल मनप्रीत सिंह समेत अन्य शहीद हुए जवानों की याद में दो मिनट का मौन रखा गया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव की तैयारी के दौरान उन्होंने उद्योगपतियों को कई गारंटियां दी थीं। उन्होंने कहा कि अब सरकार बनी को 18 महीने होने के बाद में वह अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी सरकार की उपलब्धियाँ बताने के लिए यहाँ आए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में उद्योगों को सुविधा देने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि के लिए किसानों को नहरी पानी देने की तजऱ् पर राज्य सरकार औद्योगिक इकाईयों के लिए नहरी पानी के तर्कसंगत प्रयोग को सुनिश्चित बनाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उद्योगों के कामकाज को सुचारू बनाने के लिए सुविधा दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों की ज़रूरतों के मुताबिक उद्योगों के लिए नीतियाँ बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि उद्योग जो भी माँग करेंगे, राज्य सरकार वह माँगों जल्द से जल्द पूरा करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यह समय की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि अमृतसर जि़ले में रोज़ाना के आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक समर्पित फोर्स तैयार की जायेगी। उन्होंने कहा कि अमृतसर में रोज़ाना के तकरीबन एक लाख श्रद्धालु आते हैं और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए विशेष फोर्स की ज़रूरत है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब पुलिस की यह समर्पित इकाई की अलग वर्दी होगी, जिससे उनकी आसानी से पहचान हो सके।
मुख्यमंत्री ने आने वाले दिनों में इस पवित्र शहर में शटल बस सेवा शुरू करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इससे शहर में प्रदूषण का स्तर घटाने में मदद मिलेगी, जिससे श्रद्धालुओं और शहर निवासियों को बहुत अधिक फ़ायदा होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अमृतसर को पर्यटन के केंद्र के रूप में और अधिक विकसित करने के लिए यह समय की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पुलिस और ट्रैफिक़ मैनेजमेंट के लिए आर्टीफिशल इंटेलिजैंस का प्रयोग करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि यह लोगों के कल्याण के लिए पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली को वैज्ञानिक तरीके से चलाने में मदद करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अमृतसर जि़ले में आने वाले लोगों के कल्याण के लिए हरेक कदम उठाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपति किसी सरकार पर उस समय ही भरोसा करते हैं, जब उनके लिए भ्रष्टाचार मुक्त शासन, अपराध मुक्त माहौल और अमन-कानून की उचित व्यवस्था हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों द्वारा दिए जाने वाले टैक्सों के बदले उनको उचित लाभ दिए हैं और टैक्स के एक-एक पैसे का प्रयोग समाज के भले के लिए कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहाँ तक अमन-कानून व्यवस्था का सवाल है, उद्योगपति कभी भी हिंसाग्रस्त स्थानों पर नहीं जाएंगे, परन्तु दूसरी ओर उद्योगपतियों ने पंजाब सरकार में भरोसा प्रकट किया है और बड़ी संख्या में उद्योग पंजाब आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के संजीदा यत्नों के स्वरूप राज्य में 50,840 करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने जमशेदपुर के बाद दूसरा सबसे बड़ा निवेश पंजाब में किया है। इसी तरह जिन्दल स्टील, वरबीयो, क्लास, टैफे, हिन्दोस्तान लीवर समेत कई बड़ी कंपनियों द्वारा राज्य में निवेश किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस निवेश से राज्य में 2.25 लाख नौजवानों को रोजग़ार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने अमृतसर में 50-100 एकड़ क्षेत्रफल में सैलीब्रेशन प्वाइंट (खुशियों वाले समागम करवाने के लिए विशेष जगह) स्थापित करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस जगह पर ऐसे समागमों के लिए बैंक्इिंट हॉल बनाए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में पर्यटन को प्रफुल्लित करने के लिए यह प्वाइंट बहुत कारगर सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही पर्यटन सम्मेलन करवाया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि निवेशकों ने राज्य में लगभग 1200-1500 करोड़ का निवेश करने की इच्छा अभिव्यक्त की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह निवेश राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के नक्शे पर और अधिक उभारेगा।