नवनियुक्त वित्तीय विशेषज्ञों का यह बैच पंजाब ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन को और मजबूत करेगा
इससे पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 144 सिविल सपोर्ट स्टाफ सदस्यों को सौंपे थे नियुक्ति पत्र।
वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा: डीजीपी गौरव यादव
ये वित्तीय विशेषज्ञ वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के साथ-साथ अपराध से संबंधित संपत्तियों की कुर्की को सरल बनाएंगे: निदेशक पीबीआई एल.के. यादव
चंडीगढ़, 11 जुलाई,२०२३ (प्रेस की ताकत ब्यूरो )
पंजाब के युवाओं को नौकरियां प्रदान करने की मुख्यमंत्री भगवंत मान की प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए, वित्तीय क्षेत्र के 77 सिविल उम्मीदवारों का एक और बैच सोमवार से पंजाब पुलिस के पंजाब ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (पीबीआई) में शामिल होने जा रहा है। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज यहां दी। गौरतलब है कि इन 77 वित्तीय विशेषज्ञों में से 10 उम्मीदवार वित्तीय अधिकारी के रूप में काम करेंगे, जबकि 67 उम्मीदवार (46 पुरुष और 21 महिला उम्मीदवार) सहायक वित्तीय अधिकारी के रूप में काम करेंगे।
यह नियुक्ति मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा 18 मई, 2023 को आयोजित एक समारोह के दौरान कानूनी विशेषज्ञों और फोरेंसिक विशेषज्ञों के 144 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपने के कुछ दिनों बाद की गई है। इस बैच की नियुक्ति से सिविल सपोर्ट स्टाफ की संख्या 221 तक पहुंच जाएगी।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि कानून, फोरेंसिक और वित्त सहित क्षेत्रों में सिविल सपोर्ट स्टाफ की भर्ती करने वाला यह देश का पहला पुलिस बल है, जो न केवल कानून और व्यवस्था के अलावा जांच प्रक्रिया को बढ़ाएगा बल्कि जांच और समूची पुलिसिंग में प्रभावी सुधार भी करेगा।
उन्होंने पंजाब पुलिस में नवनियुक्त बैच का स्वागत किया और युवाओं को पंजाब पुलिस का अभिन्न अंग बनने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज समाज के सामने मौजूद बड़ी चुनौतियों से पार पाने के लिए यह जरूरी है कि पुलिस बल को जांच, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जरूरतों के मुताबिक अपडेट किया जाए।
उन्होंने कहा कि सभी उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से योग्यता के आधार पर किया गया है और उन्होंने इस पद को पाने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के अनुसार, पंजाब पुलिस ने पूरी भर्ती प्रक्रिया के लिए एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया अपनाई है ताकि भर्ती के बाद उम्मीदवारों को किसी भी कानूनी परेशानी का सामना न करना पड़े।
पीबीआई के निदेशक एल.के. यादव ने कहा कि ये सभी अधिकारी, जो वाणिज्य/वित्त स्नातक हैं और जिनके पास वित्तीय अधिकारी के रूप में सात साल का अनुभव और सहायक वित्तीय अधिकारी के रूप में दो साल का अनुभव है, आर्थिक/वित्तीय संबंधी धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि अनिवार्य प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, इन नवनियुक्त अधिकारियों को विभिन्न डिवीजनों/जिलों में तैनात किया जाएगा ताकि वित्तीय ट्रेल्स जैसे की बैंक खातों, बैलेंस शीट, अकाउंट बुक आदि की जांच द्वारा अपराध का पता लगाने में जांच अधिकारी/विशेष जांच दल की सहायता की जा सके।
जिक्रयोग्य है की वित्तीय अधिकारियों की भर्ती से अपराधियों, विशेषकर ड्रग तस्करों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों की संपत्ति की कुर्की की प्रक्रिया को लागू करने में भी मदद मिलेगी।