चंडीगढ़, 25 अगस्तः (शिव नारायण जांगड़ा)- कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार द्वारा कानूनी शिक्षा के विकास एवं प्रगति के लिए और इस क्षेत्र में विशेष और योजनाबद्ध निर्देशों, प्रशिक्षण और शोध प्रदान करने के उद्देश्यों की पूर्ति के साथ साथ इससे सम्बन्धित मामलों के लिए एक स्टेट यूनिवर्सिटी की स्थापना करने का फ़ैसला लिया गया है।
इस यूनिवर्सिटी का नींव पत्थर मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा 27 अगस्त, 2021 को रखा जायेगा।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि श्री गुरु तेग़ बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी आफ लॉ, तरन तारन का उद्देश्य भाषणों, सैमीनारों, सम्मेलनों, वैबीनारों, वर्कशापों और कान्फ़्रेंसों का आयोजन करके कानूनी ज्ञान और कानूनी प्रक्रियाओं और राष्ट्रीय विकास में इनकी भूमिका संबंधी जागरूकता पैदा करना है। इसके इलावा इसका उद्देश्य लोगों के हितों के लिए सार्वजनिक चिंता के वर्तमान मुद्दों और उनके कानूनी प्रभावों के विश्लेषण और पेश करने के नज़रिए में सुधार करना और यूनिवर्सिटी के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ज़रूरी और अनुकूल सभी कार्य करना है।
और अधिक जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्धी बार कौंसिल आफ इंडिया से अपेक्षित मंज़ूरी प्राप्त कर ली गई है। इसके साथ ही श्री गुरु तेग़ बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी आफ लॉ, तरन तारन की स्थापना के लिए एक्ट 2-एफ के अधीन यूनिवर्सिटी ग्रांटस कमिशन, नयी दिल्ली की मंजूरी भी ले ली गई है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि पंजाब सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी बजट के लिए 5 करोड़ रुपए मंज़ूर किये हैं जिनमें से वित्तीय साल 2020-21 में यूनिवर्सिटी को 159.10 लाख रुपए जारी किये गए हैं और वित्तीय साल 2021-22 के लिए 7 करोड़ रुपए अलाट किये गए हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से इमारत के नवीनीकरण के लिए 135.15 लाख रुपए की राशि भी जारी की गई है और नवीनीकरण के लिए टैंडर जारी कर दिया गया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि यूनिवर्सिटी के आर्कीटैक्चरल डिज़ाइन को पहले ही अंतिम रूप दे दिया गया है और प्रोजैक्ट का काम निर्धारित समय में शुरू कर दिया जायेगा। कैंपस में एक अकादमिक ज़ोन, प्रशासनिक कंपलैक्स, रिहायशी ज़ोन (रिहायश और होस्टल), खेल और मनोरंजन सुविधा शामिल होंगी।
उन्होंने आगे बताया कि राज्य सरकार की तरफ से लॉ कोर्सों के लिए राज्य स्तर पर केंद्रीकृत दाखि़ला गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर को अलाट किया गया है और श्री गुरु तेग़ बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी आफ लॉ, तरन तारन के लिए दाखि़ला प्रक्रिया अधीन है।