राज्य सरकार जल्द राज्य भर के गाँवों में कैंसर मरीजों की जांच करने के लिए मोबाइल वैनें चलाएगी : मुख्यमंत्री
‘‘हैल्थ चैक आन वील्हज़’ स्कीम स्वस्थ और प्रगतिशील पंजाब के लिए मददगार साबित होगी : भगवंत मान
पंजाब द्वारा कैंसर के प्रभावी इलाज और जागरूकता के लिए टी. एम. सी. के साथ तीन समझौते सहीबद्ध
न्यू चंडीगढ़ , 7 जुलाई(प्रेस की ताकत)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरूवार को कहा कि राज्य सरकार जल्द ही राज्य भर के गाँवों में कैंसर मरीजों की बीमारी की प्राथमिक स्टेज पर ही पहचान करने के लिए मोबाइल वैनें शुरू करेगी।
यहाँ होमी भाभा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में आई. पी. डी. सेवाओं का उद्घाटन करने बाद में इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर की नामुराद और घातक बीमारी को प्रभावी ढंग से निपटना समय की मुख्य ज़रूरत है। उन्होंने आशा अभिव्यक्त की कि यह वाहन कैंसर की बीमारी का जल्द पता लगाने में मददगार साबित होंगे, जिससे राज्य में बहुत सी कीमती जानें बचाई जा सकेंगी। भगवंत मान ने कहा कि चाहे लोग इस ख़तरनाक बीमारी की जांच करवाने में थोड़ी झिझक और डर महसूस करते हैं, परन्तु राज्य सरकार पंजाब में कैंसर की बीमारी की जांच को यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में हैपेटाईटस -सी के मरीज़ों की बढ़ रही संख्या पर भी चिंता जतायी। उन्होंने कहा कि यह वैनें इस बीमारी से पीड़ित मरीज़ों की जांच और इलाज को यकीनी बनाने में भी सहायक होंगी। भगवंत मान ने कहा कि यह ‘हैल्थ चैक आन वील्हज़’ स्कीम एक स्वस्थ और प्रगतिशील पंजाब की सृजना में सहायक सिद्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने कैंसर की रोकथाम को यकीनी बनाने के लिए पहले ही सभी तैयारियाँ कर ली हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की जल्द जांच ही एक ऐसी विधि है जिससे इस ख़तरनाक बीमारी के साथ प्रभावशाली ढंग के साथ निपटा जा सकता है। भगवंत मान ने कहा कि इस काम के लिए यह वैनें निर्णायक भूमिका अदा कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कैंसर ऐक्सप्रैस इलाज के लिये रेल गाड़ी के द्वारा मरीज़ अन्य राज्यों की ओर जाते थे परन्तु अब कैंसर इलाज केन्द्रों में बड़े बुनियादी ढांचे की आमद से यह रुझान बदल रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को मानक डाक्टरी इलाज यकीनी बनाने के उद्देश्य के साथ राज्य में ऐसीं और अत्याधुनिक मैडीकल सुविधाएं लाईं जाएंगी। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में लोगों को मानक डाक्टरी इलाज मुहैया करवाने को यकीनी बनाने के उद्देश्य के साथ पंजाब भर में 16 नये मैडीकल कालेज स्थापित करने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य जल्द ही देश में मैडीकल शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभरेगा। उन्होंने कहा कि यह कालेज विद्यार्थियों को मानक डाक्टरी शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ लोगों के लिए बढ़िया जांच और इलाज की सहूलतों को भी यकीनी बनाऐंगे। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन अब गए जब राज्य के विद्यार्थियों को मैडीकल शिक्षा लेने के लिए युक्रेन जैसे देशों में जाना पड़ता था क्योंकि पंजाब जल्द ही उनको राज्य में मानक शिक्षा प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे ब्रेन ड्रेन को रोकने में मदद मिलेगी और इससे राज्य के उच्च स्तरीय डाक्टरों का राज्य में ही काम करना यकीनी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब शिक्षा, प्रशिक्षण और अन्य क्षेत्रों में गुणवत्ता का प्रतीक है। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य मैडीकल शिक्षा में अन्य राज्यों के लिए मार्गदर्शक बनेगा।
मानवता की मिसाली सेवा के लिए टाटा ग्रुप की सराहना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि टाटा समर्पण का प्रतीक है और इसी गुण के कारण यह विश्व भर में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि संगरूर और न्यू चंडीगढ़ में टाटा मेमोरियल अस्पताल मरीजों को विश्व स्तरीय सहूलतें प्रदान कर रहा है, जो राज्य के लिए वरदान है। भगवंत मान ने आशा अभिव्यक्त की कि डा. आर. ए. बड़वे देश में बेहतर और मानक सेहत सेवाएं और मरीजों का इलाज करने में अपना विशेष योगदान डालेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में से कैंसर की समस्या को जड़ से ख़त्म करने की तरफ ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संगरूर के कैंसर अस्पताल के लिए 42 करोड़ रुपए दिए हैं और इस नेक कार्य के लिए फंडों की कोई कमी नहीं है। भगवंत मान ने आगे कहा कि इस जानलेवा बीमारी के साथ और भी प्रभावशाली ढंग के साथ निपटने के लिए हर संभव यत्न किये जाएंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने अस्पताल में आई. पी. डी. सेवाओं की शुरुआत की और चौथी मंजिल पर दाखि़ल मरीजों के साथ विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि पिछले साल ओ. पी. डी. कार्यशील की गई थी और 300 बिस्तरों की क्षमता वाली यह संस्था कैंसर के इलाज के हब के तौर पर उभरी है। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से राज्य में से कैंसर को जड़ से ख़त्म करने की वचनबद्धता के अंतर्गत पंजाब सरकार ने अपनी 52 एकड़ ज़मीन अस्पताल को मुफ़्त दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अस्पताल की देखभाल के लिए ग्रांट में सालाना 2 करोड़ रुपए का योगदान डालती है। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि राज्य सरकार की तरफ से टाटा मेमोरियल केंद्र के साथ तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए हैं। भगवंत मान ने कहा कि पहले ऐमओयू पर स्वास्थ्य विभाग और टाटा मेमोरियल अस्पताल के दरमियान हस्ताक्षर किये गए हैं जिससे टी. एम. सी. द्वारा सरकारी अस्पताल के स्टाफ को प्रशिक्षण देकर राज्य भर में स्वास्थ्य देखभाल सहूलतों को मज़बूत किया जा सके।
इसी तरह मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडियोलोजी, लैब टेक्नोलाजी, ओ. टी. और अन्य अलग-अलग पाठ्यक्रमों के क्षेत्र में थोड़े समय की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के साथ एक और समझौता सहीबन्द किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कैंसर के साथ प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए राज्य में हुनरमंद स्टाफ का समूह बनाने में मदद करेगा। भगवंत मान ने आगे बताया कि इस घातक बीमारी की रोकथाम के लिए लोगों में बड़े स्तर पर जागरूकता पैदा करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के साथ एक और समझौता किया गया है।
अपने संबोधन में टीएमसी मुंबई के डायरैक्टर डा. आर. ए. बड़वे ने कैंसर का मानक इलाज करने के लिए देश भर में कैंसर के इलाज की सभी संस्थाओं में एक ही जैसी सेवाएं देने पर ज़ोर दिया। डायरैक्टर होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र डा. अशीष गुल्लिआ ने पंजाब में टी. एम. सी. की गतिविधियों के बारे जानकारी दी। रेडियोलोजी विभाग के प्रमुख डा. राहत बराड़ ने सभी आदरणियों का स्वागत और धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री ने टाटा मेमोरियल पर एक किताब भी जारी की। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री डा. बलबीर सिंह, हरजोत बैंस और अनमोल गगन मान और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए वेनू प्रसाद और अन्य उपस्थित थे।