चंडीगढ़/संगरूर, 20 जनवरी(प्रेस की ताकत): मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से आज संगरूर जिले के गाँव भलवान में ‘बेटियों की लोहड़ी’ को समर्पित हफ्ते के समाप्ति समारोह को मुख्य रखते हुये राज्य स्तरीय प्रोग्राम करवाया गया। इस प्रोग्राम में पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग मंत्री डॉ. बलजीत कौर, मुख्यमंत्री भगवंत मान की धर्मपत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और विधायक संगरूर श्रीमती नरिन्दर कौर भराज की तरफ से नवजात बेटियों और शिक्षा और खेल के क्षेत्र में सफलताएं हासिल करने वाली लड़कियों को सम्मानित किया। इस मौके पर बोलते हुये कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब की बेटियाँ हर क्षेत्र में अग्रणी बन कर उभर रही हैं और मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन राज्य सरकार महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए डट कर खड़ी है।
कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की प्रगतिशील सोच अनुसार पंजाब की बेटियों को हर क्षेत्र में आगे लेकर आने के लिए ठोस प्रयास किये जा रहे हैं और इन प्रयासों की शानदार शुरुआत ‘बेटियों की लोहड़ी’ मना कर की गई है। उन्होंने कहा कि पिछले समय के दौरान सरकारों की लापरवाही के कारण राज्य में लिंग अनुपात दर बहुत नीचे थी जिसको ऊँचा उठाने के लिए कोशिशें गंभीरता से की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आम तौर पर बेटियों के जन्म पर समाज की तरफ से ख़ुशी नहीं मनायी जाती। इस बुरी प्रथा को बदलने के लिए ही पंजाब सरकार की तरफ से ‘बेटियों की लोहड़ी’ मनाने की प्रवृत्ति पाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सदियों से लेकर अब तक महिलाओं ने समाज की तरक्की में अपना विलक्षण योगदान डाला है और हर क्षेत्र में नाम रौशन किया है।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि गौरवमयी इतिहास वाले राज्य के लिए यह बड़े चिंतन की बात है कि यहाँ भ्रूण हत्या जैसी दुखद घटनाएँ हुई और इस बुरी सोच को मुकम्मल तौर पर ख़त्म करने के लिए ही पंजाब सरकार की तरफ से बेटियों की लोहड़ी हफ़्ता मनाने का यह प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या के नाम पर जो धब्बा पंजाब के माथे पर लगा है उसको धोने के लिए राज्य सरकार की तरफ से बेटियों की आमद ही नहीं बल्कि जीवन के हर पड़ाव को खुशहाल तरीके से मनाया जायेगा।
इस मौके पर संगरूर से विधायक नरिन्दर कौर भराज ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बधाई के पात्र हैं जिनकी तरफ से बेटियों की अहमीयत को समाज के आगे रखने के लिए ऐसा बड़ा प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि इसी तरह यदि बेटियों को घरों में खुला और रचनात्मक माहौल मिले तो वह हर क्षेत्र में अपने हुनर का लोहा मनवा सकती हैं।
समागम के दौरान लोक कला मंच ज़ीरा की टीम की तरफ से मादा भ्रूण हत्या को रोकने के लिए ’मुझे कोख में न मारो’ शीर्षक के तहत नाटक का मंचन किया गया। इसके इलावा आदर्श स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रोग्राम पेश किया। मुख्य सख्शियतों की तरफ से इस मौके पर 51 नवजात बेटियों के माता-पिता को सम्मान पत्र और विशेष किटों से सम्मानित किया गया और 11 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और 20 मैरीटोरियस छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर जतिन्दर जोरवाल, एस. एस. पी. सुरेंद्र लांबा, मुख्यमंत्री के ओ. एस. डी. ऊँकार सिंह, चेयरमैन ज़िला योजना कमेटी गुरमेल सिंह घराचों, चेयरमैन गौ सेवा कमीशन अशोक कुमार सिंगला, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर वरजीत वालिया, सहायक कमिश्नर (यू. टी) नितेश जैन, एस. डी. एम. धूरी अमित गुप्ता, ज़िला प्रोग्राम अफ़सर गगनदीप सिंह, ज़िला सामाजिक सुरक्षा अफ़सर लवलीन कौर, ज़िला बाल सुरक्षा अफ़सर नवनीत कौर, ज़िला शिक्षा अफ़सर संजीव कुमार और बड़ी संख्या में अन्य आदरणिय और इलाका निवासी उपस्थित थे।