भगवान राम की नगरी में आगामी 22 जनवरी को नवनिर्मित मंदिर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों प्रस्तावित रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को नगरी के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को राष्ट्रीय उत्सव करार देते हुए उस दिन प्रदेशभर की शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने और शराब के ठेके बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
इस दौरान उन्होंने रामलला के समक्ष और हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन के उपरांत श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक में मकर संक्रांति के बाद प्रारंभ हो रहे प्राण-प्रतिष्ठा के वैदिक अनुष्ठानों की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे ट्रस्ट को हर प्रकार से पूरा सहयोग दें।
बाद में उन्होंने आयुक्त सभागार में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्थानीय प्रशासन की तैयारियों का जायजा लिया और निर्देश दिये कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आ रहे लोगों को अयोध्या में बेहतर आतिथ्य मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर वीवीआईपी के यथोचित विश्रामस्थल का समय रहते चयन कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगंतुकों के लिए होटल और धर्मशालाओं के अलावा होम स्टे की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। साथ ही कुंभ की तर्ज पर अयोध्या में 25-50 एकड़ में एक भव्य टेंट सिटी तैयार कराया जाये ताकि 22 जनवरी के उपरांत दुनियाभर से अयोध्या आने वाले रामभक्तों को कोई असुविधा न हो। जनसहयोग से सुनिश्िचत किया जाये कि धर्म पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, राम पथ जैसे प्रमुख मार्गों अथवा गलियों में गंदगी न हो और जगह-जगह कूड़ेदान रखे हों। साथ ही वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था हो। अभी 3800 से अधिक स्वच्छताकर्मी तैनात हैं, 1500 कर्मचारियों की संख्या और बढ़ाई जाये।