जालंधर, प्रेस की ताकत ब्यूरो- 25 नवंबर 2021
दिल्ली के मुख्य मंत्री और अरविन्द केजरीवाल की तरफ से पंजाब में दीं जा रही गारंटियें पर विरोधी धड़े की तरफ से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। विरोधी धड़े कह रही हैं कि केजरीवाल गारंटियें को पूरा करने के लिए पैसो का इतज़ाम कैसे करेंगे। विरोधियों को जवाब देते अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि मुझे ख़ज़ाना भरना आता है। उन के मुताबिक चन्नी के दाहिने हाथ ट्रांसपोर्ट माफिया और बांये हाथ रेत माफिया बैठा होता है। मैं उन दोनों को ख़त्म कर कर वह पैसा जनता की सहूलतों के लिए दूँगा। केजरीवाल ने दावा किया कि वह विधायकों की तरफ से किये जाते भ्रष्टाचार की जांच करवाएंगे।
केजरीवाल का कहना है कि चन्नी हर बात का ऐलान तो कर देते हैं परन्तु वास्तविकता कुछ ओर नज़र आती है। उन मुताबिक अब तक चन्नी ने जितने भी ऐलान किये हैं, उन को लागू तक नहीं कर सके। ऐसे में वह सिर्फ़ लोगों को बेवकूफ़ बनाने का यत्न कर रहे हैं।
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केजरीवाल मुताबिक चन्नी की तरफ से मुलाजिमों को पके किये जाने का दावा भी खोखला साबित हुआ है क्योंकि पंजाब फेरी दौरान अनेकों अध्यापकों ने उन के साथ मुलाकात की और सरकार की वास्तविकता से जानकार करवाया। आज भी पंजाब में रेत माफिया चल रहा है। सरकार की तरफ से दिए गए रेट अब तक लागू नहीं हुए।
औरतें को एक हज़ार रुपए प्रति महीना देने का वायदा किया है, उस पर लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपए लगेंगे जो वह उक्त दोनों माफिया को ख़त्म कर कर कमा लेंगे। उन्होंने कहा कि आज मैं खुलेआम कहता हूँ कि हमारी दिल्ली सरकार के पास खूब पैसा है जो हम जनता के सुधार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
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केजरीवाल ने कहा कि पहले 10 साल अकाली दल ने पंजाब को लूटा और ख़ज़ाना खाली किया और फिर पाँच साल से कांग्रेस भी यही कर रही है। उन्होंने कहा कि जब मैं कोई वायदा करता हूँ तो विरोधी सवाल उठाते हैं कि पंजाब के सिर पर पहले ही कर्ज़ बहुत है तो पैसा कहाँ से आऐगा? इस पर केजरीवाल ने सवाल उठाया कि ख़ज़ाना खाली किस ने किया है। इस की भी जांच क्यों नहीं होती। केजरीवाल ने दावा किया कि जहाँ 2022 में उन की सरकार आने पर पंजाब का ख़ज़ाना भरेंगे।
केजरीवाल ने खेती कानून वापस होने पर देश भर के किसानों को बधाई देते कहा कि यह देश के अंनदाता की जीत है, जिस के आगे भाजपा सरकार को झुकना पड़ा है, उन्होंने कोई अहसान नहीं किया है। उन के मुताबिक यह फ़ैसला होना बेहद लाज़िमी थी। उन्होंने केंद्र से अपील की कि किसानों की बाकी माँगों भी स्वीकार की जाए।