हिमाचल के चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारियों को लेकर जालंधर के नकोदर में बाबा मुराद शाह के मेले में विवादित बयान देने वाले सूफी सिंगर मास्टर सलीम के खिलाफ पहली FIR थाना गोराया में दर्ज हो गई। यह FIR हिंदू संगठनों और शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे के विरोध के बाद पुलिस ने दर्ज की है।
मास्टर सलीम के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 295A के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दो-चार लोग माफी मंगवाने वाले कौन होते हैं
मुंबई से आए शिवसेना नेता ने माता चिंतपूर्णी को लेकर मास्टर सलीम के द्वारा की गई टिप्पणी पर सवाल खड़े किए है। वहीं उनसे जब बात की गई कि हिंदू नेता ने चिंतपूर्णी दरबार में जाकर मास्टर सलीम से माफी मंगवाई थी, तो इस पर उन्होंने कहा कि दो-चार लोग इकट्ठे होकर माफी मंगवाने वाले कौन होते हैं। इस पर शिवसेना नेता ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि मास्टर सलीम को या तो जुर्माना लगाया जाए या कोई उन्हें सजा दी जाए।
शिवसेना नेताओं ने कहा कि सलीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है अब उन्हें जल्द से जल्द मास्टर सलीम को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को लेकर सभी मर्यादा में रहें। इसे तोड़ने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिन में मास्टर सलीम और कन्हैया मित्तल के बीच जो विवाद हुआ है, उसके बारे में सभी लोगों को पता है।
जागरण में जाकर मास्टर सलीम का विरोध नहीं करेंगे
उन्होंने मास्टर सलीम के जागरण करने के मामले को लेकर कहा कि हम जागरण में जाकर इस मामले का विरोध नहीं करना चाहते। उनका कहना है कि हम हिंदू मर्यादा में रहकर मास्टर सलीम के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। शिवसेना नेता ने कहा कि अगर हम जागरण में जाकर उसका विरोध करेंगे तो वह गलत हो जाएंगे। इसलिए किसी धार्मिक प्रोग्राम में जाकर वह सलीम का विरोध नहीं करना चाहते।
सिंगर मास्टर सलीम की मुश्किलें बढ़ी:जालंधर कोर्ट में पहुंचा मामला; केस दर्ज न करने पर SHO रिकॉर्ड समेत तलब
जालंधर में बाबा मुराद शाह मेले के दौरान माता चिंतपूर्णी पर विवादित बयान देकर विवादों में घिरे गायक मास्टर सलीम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके विवादित बयान का यह मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है।
जालंधर के थाना कैंट में मास्टर सलीम के खिलाफ दी गई शिकायत पर केस दर्ज न करने पर शहर के ही दिवान नगर निवासी गौरव ने अदालत में SHO के खिलाफ CrPC की धारा 156 (3) के तहत शिकायत दी है। उन्होंने अपनी शिकायत में थाना प्रभारी को FIR दर्ज करने के निर्देश देने की अपील की है।
गौरव की याचिका को स्वीकार कर जूनियर मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास मिस अर्पणा ने 21 सितंबर को थाना कैंट के प्रभारी को तलब किया है। अपने आदेश में कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि थाना कैंट के SHO जो शिकायत उनके पास पहुंची थी, उसके बारे में अपनी रिपोर्ट और जवाब कोर्ट में दें।
कोर्ट की तरफ से जारी आदेश..
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए दायर की याचिका
शिकायत देने वाले गौरव ने अपने अपील में लिखा है कि थाना कैंट के प्रभारी उसकी शिकायत पर मास्टर सलीम के खिलाफ केस दर्ज नहीं कर रहे हैं। मास्टर सलीम ने बाबा मुराद शाह मेले में क़व्वाली के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल की थी।
गौरव ने अपनी शिकायत में शाहीन अब्दुल्ला वर्सेस यूनियन ऑफ इंडिया के केस में आए एपेक्स कोर्ट के पिछले साल 21 अक्टूबर को आए फैसले का हवाला देते हुए मास्टर सलीम पर केस दर्ज करने के लिए थाना कैंट को डायरेक्शन देने की अपील की है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में लिखा है कि कोई भी ऐसी बयानबाजी करता है, जिससे भावनाएं आहत होती हैं और उस पर यदि शिकायत न भी आए तब भी स्वतः संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया जा सकता है। साथ ही कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि यदि कोई अधिकारी शिकायत मिलने पर एक्शन नहीं लेगा तो उसे कोर्ट के आदेश का उल्लंघन माना जाएगा।
कई जगह माफी मांग चुके मास्टर सलीम
मास्टर सलीम अपनी इस टिप्पणी पर सफाई दे चुके हैं कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया। हालांकि इसके बाद वे माफी मांगने माता चिंतपूर्णी जा चुके हैं। इसके बाद उन्होंने जालंधर के गीता मंदिर और पटियाला के काली माता मंदिर में भी माथा टेककर माफी मांगी। हालांकि आहत लोग उनका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं।